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यूक्रेन-रूस युद्ध: खेरसन में संग्राम तेज, आम लोग भी रूसी सेना से भिडे -यूक्रेन के औद्योगिक शहर खेरसन पर रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है

यूक्रेन-रूस युद्ध: खेरसन में संग्राम तेज, आम लोग भी रूसी सेना से भिडे -यूक्रेन के औद्योगिक शहर खेरसन पर रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है

खेरसन। रूस और यूक्रेन के बीच आठवें दिन भी युद्ध जारी है। भारत सरकार यूक्रेन में फंसे हर एक भारतीय को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत विमानों को भेज रहा है। भारत अभी तक अपने दो लालों को खो चुका है। एक कर्नाटक का रहने वाला था तो दूसरा पंजाब का। यूक्रेन से आने वाली हर एक तस्वीर डरावनी है। चारें तरफ चीख, पुकार और दर्द से कराहने की कहानियां सुनाई दे रही हैं। राजधानी कीव में आधी रात को दो बड़े धमाके हुए। इसके अलावा यूक्रेन लगातार लोगों को अपने घरों में रहने की हिदायत दे रहा है। विश्व के अधिकतर देश मांग कर रहे हैं कि यूक्रेन से रूस को जल्द से जल्द बाहर निकल जाना चाहिए। लेकिन रूस रोजाना अपने हमले तेज कर देता है। बीते दिनों यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने दावा किया था कि इस युद्ध में रूसी सेना के 6,000 सैनिक मारे गए हैं। लेकिन रूस इन दावों को खारिज कर रहा है। रूस का कहना है कि अभी तक उसके करीब 500 सैनिक मारे गए हैं और लगभग 1,600 जवान जख्मी हुए हैं। वहीं यूक्रेन ने अपनी सेना के हताहत सैनिकों की जानकारी साझा नहीं की है। दूसरी ओर आम लोग भी रूसी सेना से भिड़ रहे हैं।
  यूक्रेन के औद्योगिक शहर खेरसन पर रूसी सैनिकों ने कब्जा कर लिया है। खेरसन के मेयर ने इसकी पुष्टि की है। इसके अलावा खारकीव पर भी लगातार हमले हो रहे हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे इतिहास को दोहराया जा रहा हो।  दूसरे विश्व युद्ध के दौरान यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव ने तबाही का मंजर देखा था और 80 साल बाद फिर वैसा ही हो रहा है। शहर रो रहा है। दिनभर एयर साइरन बजता रहता है। घरों में लोग दुबक कर रह गए हैं। इमारतें और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इतिहास के पन्नों को पलटें तो याद आएगा कि हिटलर की नाजी सेना ने सोवियत संघ पर जमकर हमला बोला था। उस वक्त खारकीव सोवियत संघ का प्रमुख सैन्य ठिकाना होता था और उसे खारकोव के नाम से जाना जाता था। 1941 में हुए हमले में दो दिनों के भीतर खारकीव में 30,000 से ज्यादा यहूदियों की मौत हुई थी। हालांकि सोवियत संघ ने नाजियों को भगा दिया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के आंकड़े के अनुसार यूक्रेन में रूसी हमले के चलते अभी तक 752 लोगों की मौत हुई है। हालांकि यह आंकड़ा एक मार्च तक का है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि 752 लोगों में कई मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इसके अतिरिक्त जानकारी सामने आई है कि अभी तक 10 लाख से अधिक नागरिक यूक्रेन से पलायन कर चुके हैं।
 

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