
पुणे । राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने कहा कि घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म द कश्मीर फाइल्स में दिखाया गया है कि उस समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, जबकि ऐसा नहीं है। उस समय केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी। पवार ने दावा किया कि वीपी सिंह सरकार को भाजपा के कुछ सदस्यों का समर्थन हासिल था।
पवार ने कहा कि भाजपा की मदद से मुफ्ती मोहम्मद सईद केंद्रीय गृहमंत्री बने थे। राकांपा नेता ने पुणे के बारामती में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन का कांग्रेस से दूर-दूर तक कोई वास्ता नहीं था। पवार ने कहा, कांग्रेस पार्टी को दोषी ठहराने के लिए यह दिखाने का प्रयास किया जा रहा है, जब यह सबकुछ हुआ तब कांग्रेस देश पर शासन कर रही थी, लेकिन अगर हम इसका अध्ययन करें, तो कश्मीरी पंडितों का पलायन तब हुआ जब विश्वनाथ प्रताप सिंह देश का नेतृत्व कर रहे थे।
अब इस मुद्दे पर हल्ला मचा रही भाजपा के कुछ लोग उस समय वीपी सिंह का समर्थन कर रहे थे। पवार ने कहा, मुफ्ती मोहम्मद सईद जो उस समय केंद्रीय गृह मंत्री थे, उन्हें भाजपा की मदद से यह पद मिला था। तत्कालीन राज्यपाल जगमोहन का कांग्रेस से दूर-दूर तक कोई लेना-देना नहीं था।