आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं, जो वजन कम करने के मामले में सभी लोगों के लिए सामान रूप से काम करते हैं।
वजन बढ़ना आजकल की सबसे बड़ी समस्या बन गया है। बढ़ता मोटापा न केवल आपकी सुंदरता को कम करता है बल्कि कई डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बनता है। वजन कम करने के उपाय भी बहुत हैं लेकिन कोई भी तरीका बहुत जल्दी रिजल्ट नहीं दे सकता है। यही वजह है कि वजन कम करने के मामले धैर्य से काम लेना जरूरी है।
वजन कम करने के बहुत से तरीके हैं और सभी उपाय हर किसी के लिए एक तरह से काम नहीं करते हैं। यही वजह है कि अपने वजन, शरीर के आकार, बीमारी, समय और जगह के हिसाब से सही उपाय चुनना बहुत जरूरी है।
वजन कम करने के लिए एक नियमित दिन चर्या का पालन करना बहुत जरूरी है। इससे न केवल फिट रहने बल्कि इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में भी मदद मिलती है। आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं, जो वजन कम करने के मामले में सभी लोगों के लिए सामान रूप से काम करते हैं। दीक्षा भावसार
सर्केडियन रिदम फास्टिंग यानी १२ घंटे के अंतराल से भोजन करना
इसका मतलब है कि आप 12 घंटे खाना खाते हैं और बाकी 12 घंटे उपवास करते हैं। जैसे, आप सुबह 7-8 बजे ब्रेकफास्ट करते हैं और डिनर 7-8 बजे तक। आप रात के खाने से लेकर अगले दिन के नाश्ते तक पानी के अलावा कुछ भी नहीं खाते-पीते, सिर्फ उपवास करते हैं
यह वैज्ञानिक और धार्मिक पक्ष हैं .जैन दर्शन में रात्रि भोजन का त्याग का बहुत महत्व हैं यह अहिंसात्मक जीवन पद्धति का घोतक हैं .
अपने खाने को बदलने और इसे बेहद कम कैलोरी वाला बनाने के बजाय आप सर्कैडियन रिदम फास्टिंग का पालन कर सकते हैं। इसका मतलब होता है कि आप दिन के उजाले के दौरान, सूर्योदय और सूर्यास्त के बीच खा सकते हैं। सूर्योदय से सूर्यास्त तक भोजन करने का अर्थ है कि आप 12 घंटे भोजन करते हैं और अन्य 12 घंटे उपवास करते हैं। जैसे, आप सुबह 7-8 बजे नाश्ता करते हैं और रात का भोजन 7-8 बजे तक करते हैं। आप रात के खाने से लेकर अगले दिन के नाश्ते तक पानी के अलावा कुछ भी नहीं खाते-पीते उपवास करते हैं। यह आपके शरीर को आपके द्वारा खाए जाने वाली हर चीज को पचाने में मदद करता है और वह सब कुछ बाहर निकाल देता है जो अनावश्यक है।
खूब पानी पिएं
पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से भूख को दबाने में मदद मिलती है। पर्याप्त पानी पीना आपके शरीर को डिटॉक्सीफाई करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह पाचन को बेहतर करता है। कम पानी के सेवन से कब्ज, निर्जलीकरण हो सकता है जो हार्मोन को असंतुलित कर सकता है और वजन बढ़ा सकता है। वसा घटाने के लिए गर्म पानी सबसे अच्छा है।खूब पानी पीने का आशय यह हैं की व्यक्ति विशेष की आवश्यकता के अनुरूप पिए .आजकल बॉटल से पानी पीने का चलन हैं और खड़े खड़े पानी पीने की आदत ठीक हैं .कभी कभी बॉटल से पानी पीने से हवा जाने के कारण पेट में दर्द होने लगता हैं .दूसरा पानी शुद्ध होना चाहिए .अशुद्ध पानी से उदर सम्बन्धी रोग होने का भय रहता हैं .
शारीरिक क्रियाकलाप
शारीरिक क्रियाकलाप से पूरे शरीर में रक्त परिसंचरण में सुधार करने में मदद करता है और शरीर की सभी कोशिकाओं को पर्याप्त पोषण और ऑक्सीजन मिलता है। गहरी सांस दिमाग को शांति प्रदान करता है और आपको मन लगाकर खाने में मदद करता है। मन लगाकर खाने से आप कभी भी अपने शरीर की आवश्यकता से अधिक या कम नहीं खाते हैं।
अच्छी नींद लेना
नींद शरीर से अतिरिक्त चर्बी को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है। रात 10 बजे तक सोने से लीवर डिटॉक्स होता है क्योंकि रात 10 बजे से 2 बजे तक पित्त प्रमुख समय होता है जिससे जल्दी वजन कम होता है - खासकर अगर आपने जल्दी रात का खाना खाया हो - तो शाम 7-8 बजे से तक पहले।
चीनी, डीप फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड से करें तौबा
इन खाद्य पदार्थों से परहेज करने से आपके लीवर पर कम दबाव पड़ेगा जिससे बेहतर पाचन और डिटॉक्स में मदद मिलेगी। यह आपके आंत में सूजन को भी कम करता है जिससे यह आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों से पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद मिलती है।
(लेखक- विद्यावाचस्पति डॉक्टर अरविन्द प्रेमचंद जैन)
आरोग्य
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