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बच्चा कहीं इस कारण तो गुस्सैल नहीं 

बच्चा कहीं इस कारण तो गुस्सैल नहीं 

अगर आपके बच्चे को बहुत ज्यादा गुस्सा आता है या फिर वह बहुत ज्यादा आक्रामक रहता है तो इसके पीछे की वजह चीनी हो सकती है। एक अध्ययन के अनुसार  जो बच्चे ज्यादा चीनी खाते हैं, उनके हिंसक, एल्कोहॉलिक और सिगरेट पीने की लत पड़ने की ज्यादा संभावना होती है। 
कई अध्ययनों का विश्लेषण करने पर पता चला कि ज्यादा शुगर खाने या पीने से 11 से 15 साल के बच्चों के बीच हिंसक रवैये का खतरा बढ़ जाता है। 
एक अध्ययन के मुताबिक, अगर कोई बच्चा ज्यादा मिठाइयां और एनर्जी ड्रिंक लेता है तो उसके दूसरों के लिए खतरा बनने की संभावना ज्यादा रहती है। 
वैज्ञानिकों का कहना है कि एनर्जी ड्रिंक चॉकलेट और मिठाइयों से भी ज्यादा बच्चों के व्यवहार पर बुरा असर डालती हैं क्योंकि इनमें कैफीन भी होता है। 
137,284 बच्चों पर अध्ययन में देखा गया कि बच्चों के व्यवहार का शुगर की मात्रा से बहुत गहरा संबंध है।
नैशनल हेल्थ सर्विस इंग्लैंड की गाइडलाइन्स के मुताबिक, 11 वर्ष की उम्र वाले बच्चों को 30 ग्राम से ज्यादा ऐडेड शुगर नहीं लेनी चाहिए। कोकाकोला के एक कैन में ही 35 ग्राम शक्कर होती है।
4-6 साल की उम्र वाले बच्चों को दिन भर में 19 ग्राम से ज्यादा शक्कर नहीं लेनी चाहिए।
बच्चों की खान-पान की आदतें आपको इस बात का संकेत पहले से ही दे सकती हैं कि किशोरावस्था में वे किन समस्याओं का सामना करने वाले हैं। 
 

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