
बॉलीवुड अभिनेता गुरु दत्त को प्यासा और कागज के फूल जैसी उनकी फिल्मों से याद किया जाता है। फिल्म डायरेक्शन के अलावा गुरु दत्त ने अभिनय में भी अपनी अलग छाप छोड़ी है। मगर गुरु दत्त का
फिल्मों में काम करने का मन कभी भी नहीं था। उन्हें प्यासा जैसी फिल्मों में भी काम बड़े इत्तेफाक से ही मिला था।
पहले ये भूमिका दिलीप कुमार करने वाले थे। मगर वे उस समय देवदास की शूटिंग कर रहे थे। दिलीप कुमार को जब ये रोल मिला तो उन्हें लगा कि ये रोल देवदास के रोल के जैसा ही है। इस वजह से उन्होंने इस फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया।
बाद में खुद गुरु दत्त ने इस भूमिका को जानदार तरीके से निभाया। इसी दौरान वहीदा रहमान के साथ उनके अफेयर की खबरें भी खूब सुर्खियों में रही थीं।
ऐसा ही साहेब बीवी और गुलाम के साथ भी देखने को मिला। फिल्म में पहले शशि कपूर लीड रोल प्ले करने वाले थे। मगर किसी वजह से वे ये रोल पूरा नहीं कर सके। ऐसे समय में गुरु दत्त ने फिर से एक बार अभिनय का जिम्मा उठाया और यह फिल्म जबरदस्त हिट रही।
गुरु दत्त की पत्नी गीता दत्त बेहतरीन गायिका थीं। मगर फिल्म साहब बीवी और गुलाम में उन्होंने वहीदा रहमान के लिए गाना गाने से इंकार कर दिया था। इसके बाद आशा भोसले से वहीदा के लिए गाने गवाए गए थे।
गुरु दत्त पेशेवर लाइफ में जितने सफल रहे उतनी ही दर्दनाक उनकी निजी जिंदगी रही। गीता दत्त के साथ उनकी शादी शुदा जिंदगी भी काफी उतार-चढ़ाव से भरी रही। गुरु दत्त का काफी कम 39 साल की उम्र में में ही निधन हो गया। इसके पीछे उनकी शराब की लत को जिम्मेदार बताया गया था।