
सोशल मीडिया के जरिये ठगी करने वाले शातिर हाईटेक जालसाजो ने अपने शिकार को फंसाने के लिये अब नया तरीका ईजाद कर लिया है। अब उनके निशाने पर सरकारी अफसर भी आ गये है, हालांकि सायबर ठग इन्हे नही बल्कि इनके नाम ओर पहचान का प्रयोग कर संपन्न लोगो को चपत लगा रहे है। प्रदेश के सतना जिले मे कलेक्टर और एएसपी के नाम पर फर्जी फेसबुक आईडी और एएसपी के नाम पर फ़ोन कर रुपए जमा कराने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार सतना कलेक्टर सतेंद्र सिंह की फर्जी आईडी बनाकर शातिर जालसाजो द्वारा बैंक खाते में रुपए जमा कराने की मांग की गई। इसकी जानकारी जैसे ही सतना कलेक्टर को लगी उन्होंने इस आईडी के स्क्रीनशॉट, आईडी की पहचान सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्म्स में शेयर करते हुए कलेक्टर ने तुरंत फेसबुक पोस्ट पर लोगों को सावधान करते हुए अपील की की उनके परिचित ओर अन्य लोग जालसाजी के इस नये हथकंडे मे न फसें। साथ ही उन्होन पुलिस में भी शिकायत दर्ज कराई है। वहीं इलाके के एडिशनल एसपी से जांच करने और साइबर सेल को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार कलेक्टर के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर और एडिशनल एसपी के नाम से फर्जी फोन कर बैंक खातों में आम लोगो से बडी रकम जमा कराने वाले गिरोह का एक मामला सतना से सामने आया है, जहां एडिशनल एसपी के नाम से फोन पर दो पेट्रोल पंप मालिकों ने बैंक खातों में 89 हजार की रकम जमा करवा दी। वहीं सतना कलेक्टर सत्येंद्र सिंह की भी फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर ठगों ने रुपए जमा करने की मांग की। बताया गया है की कलेक्टर सत्येंद्र सिंह को उनके ग्वालियर में रहने वाले मित्र वकील जितेंद्र सिंह ने बीती रात करीब बारह बजे उनकी फेसबुक आईडी से रुपए मांगे जाने की जानकारी दी। इसके बाद कलेक्टर ने तुरंत फेसबुक पोस्ट पर लोगों को सावधान किया वहीं एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी से जांच करने और साइबर सेल को जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं, उन्होंने एफआईआर भी दर्ज कराई है। वही एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी के नाम से जसपुर थाना और अंबारा थाने से पेट्रोल पंप पर फोन पहुंचे और दो पंप मालिकों ने बताए गए बैंक खातों में 49 हजार और 40 हजार जमा करा दिए। यह रकम जिस बैंक खातों में जमा हुई है, वह लोकेश नेवला आनंद विहार रेलवे कॉलोनी जगतपुरा जयपुर का निकला है, इस जानकारी के बाद पुलिस टीम जांच के लिए रवाना की जा रही है।