
जवाई कमांड क्षेत्र में गुरुवार अल सवेरे अच्छी बारिश से जवाई बांध में पानी की आवक हुई। क्षेत्र में 55 एमएम बारिश दर्ज हुई। जिससे बांध में 4.70 फीट केे साथ 151.40 एमसीएफटी पानी की आवक हुई। जल संशाधन विभाग के कनिष्ठ अभियंता गणपत देवासी ने बताया कि रात 12 बजे बांध का गेज 7.50 फीट दर्ज किया गया। बारह घंटे में ही बांध में 4.70 फीट पानी की आवक होना जिलेवासियों के लिए राहत की खबर है।
बुधवार को दिन भर आसमान में छाए बादल व उमस के बाद गुरुवार अल सवेरे जवाई बांध कमांड क्षेत्र व उसके ऊपरी भाग में अच्छी बारिश होने से इस मानसून सीजन में पहली बार बेड़ा नदी में पानी की अच्छी आवक हुग। यह पानी सीधे बांध में पहुंचता है। इससे पूर्व सवेरे बांध का गेज 2.60 फीट के साथ 554.8 एमसीएफटी पानी मौजूद था। सवेरे ही घंटे भर में ही अचानक 2 फीट पानी आने से बांध का गेज बढकर 4.60 फीट हो गया। बांध में पानी की अच्छी आवक को देखते हुए करीब 12 बजे जलदाय विभागीय के अधिकारियों ने निर्णय लेकर डेड स्टोरेज से पानी लिफ्टिंग के लिए लगाएं गए पंपिंग सेट को वहां से हटाया। शाम 8 बजे तक बांध का गेज बढकर 7.30 फीट हो गया। बेड़ा नदी में तीन फीट पानी चल रहा था। बांध में पानी की आवक जारी हैं।
अतिरक्ति मुख्य अभियंता, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जोधपुर नीरज माथुर ने बताया कि लगातार वर्षा के साथ ही जवाई बांध में विभिन्न नालों एवं नदियों से पानी की आवक का क्रम जारी है, इससे आज रात तक औेर अधिक मात्रा मे पानी की आवक होने की सम्भावना है। उन्होंने बताया कि पाली शहर के पास मे निर्मित हेमावास बांध मे भी वर्षा के पानी की आवक का क्रम जारी है, इसमे भी लगभग 150 एमसीएफटी पेयजल की आवक हो चुकी है, जिससे पाली शहर की जलापूर्ति के लिए पानी लेना प्रारम्भ कर दिया गया है। अगले एक से दो दिनों मे जवाई बांध में पानी की आवक के अनुरूप जोधपुर से रेल द्वारा किये जा रहे पेयजल परिवहन को जारी रखने के सम्बन्घ मे निर्णय ले लिया जा सकेगा। उल्लेखनीय है कि पाली जिले में पाली सहित 9 कस्बों तथा 478 ग्रामों की पेयजल व्यवस्था पूर्णत: जवाई बांध पर आधारित है। गत वर्ष भी समुचित वर्षा नही हो पाने से इन सभी कस्बों एवं ग्रामों मे एक अक्टूबर 2018 से 72 घन्टों के अन्तराल से जलापूर्ति की जा रही थी एवं इस वर्ष मानसून के विलम्ब होने से गत 16 जुलाई से इन सभी ग्रामों एवं कस्बों मे जलापूर्ति 96 घन्टे के अन्तराल से की जा रही है। जवाई बांध में जलस्तर कम होने के कारण 20 जुलाई से डेड स्टोरेज पम्पिंग भी की जा रही थी। साथ ही पाली शहर की जलापूर्ति के लिये गत 25 जुलाई से जोधपुर से रेल द्वारा पेयजल परिवहन भी किया जा रहा है । गत 31 जुलाई को जवाई बांध मे जल स्तर कम होकर मात्र 2.60 फीट (554 एमसीएफटी ) पेयजल उपलब्घ रह गया था, जो कि आगामी 20 अगस्त तक की अवधि के लिये ही पर्याप्त था।