
पुलिस ने बुधवार-गुरुवार की दरमियानी रात ताबड़तोड़ छापे मारकर इसका सनसनीखेज खुलासा किया था। इतने बड़ा खुलासा और इतने लंबे समय से चल रहे इस अवैध कारोबार में किन-किन पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत थी, अभी तक किसी की जिमेदारी तय नहीं हुई है। अवैध कारोबार में लिप्त अफसरों की जिम्मेदारी तय होना चाहिए। ऐसा इसलिए कि पूरा कारोबार चार थानों की मिलीभगत से चल रहा था। भोपाल आईजी योगेश देशमुख के निर्देश पर पुलिस ने बुधवार की आधी रात तलैया और कोतवाली इलाके में छापे मारे थे। इस कार्रवाई के दौरान पुलिस ने गांजा, चरस और शराब के अवैध कारोबार का खुलासा किया था।