
दिल्ली से जम्मू-कश्मीर की ट्रेन में जाने वाले यात्रियों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है। जबकि वहां से आने वाले यात्रियों की संख्या में प्रतिदिन 12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। नई दिल्ली स्टेशन पर सोमवार शाम ट्रेन संख्या 12425 जम्मू राजधानी (नई दिल्ली से जम्मूतवी) का जायजा लेने के दौरान सब आम दिन की तरह दिखा। नई दिल्ली के प्लेटफार्म नंबर 7 जहां से जम्मू राजधानी जानी थी, वहां आधा घंटा पहले ही यात्री पहुंचने लगे थे। ट्रेन में जम्मू, कश्मीर व कटरा (वैष्णों देवी) जाने वाले यात्री थी। कश्मीर में बीते दो दिन में बढ़ी सेना की चहलकदमी और धारा 370 के हटने का उनके चेहरे पर कोई तनाव नहीं था। सभी यात्री अपने गंतव्य तक जाने के लिए उत्तसाहित थे और सब कश्मीर में आगे किस तरह का माहौल होगा इस पर चर्चा कर रहे थे।
- जम्मू से दिल्ली आने वालों की संख्या बढ़ी
रोजगार बढ़ेगा जम्मू निवासी शिरत और कृतिका शर्मा ने केंद्र के फैसले का स्वागत किया। उनका कहना था कि इससे घाटी में रोजगार बढ़ेगा। शिक्षा का स्तर सुधरेगा। लोग पहले से अधिक सुरक्षित महसूस कर सकेंगे। घाटी के लोगों की आर्थिक स्थिति सुधरेगी और उसकी सरंचना भी। अपनी पत्नी व बेटे के साथ मां वैष्णों देवी के दर्शन करने जा रहे वरुण ने कहा कि यह निर्णय तो पूर्व की सरकारों को वर्षों पहले ले लेना चाहिए था। इस कदम से देश का विश्वस्त्तर पर सम्मान बढ़ेगा। कश्मीर का नुकसान कश्मीर जा रहे मोहम्मद अल्ताफ ने केंद्र सरकार के इस फैसले को कश्मीरियों के लिए नुकसानदेह बताया। उनका मत था कि धारा 370 हटने से फायदा और नुकसान दोनों हैं। क्योंकि पहले केवल कश्मीर के सभी साधन पर मूल निवासियों का अधिकार था। लेकिन, अब जब बाहर से व्यापारी वहां पैसा लगाएंगे तो वहां के संसाधनों को खोखला कर देंगे। उसे अपने प्रकृतिक रूप में नहीं रहने देंगे। वह पैसा कमाने के चक्कर में सब तबाह कर देंगे।