केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद सियासी बयानबाजियों का दंगल जारी है और अब राज्यसभा सांसद और एमडीएमके प्रमुख वायको ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विवादित बयान दिया है। वायको ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि 100वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होगा। पत्रकारों बातचीत में वायको ने कहा, 'जब भारत आजादी का 100वां साल मनाएगा तो कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं होगा। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने (भाजपा ने) कश्मीर को मिट्टी में मिला दिया है। मैं कश्मीर पर पहले भी अपने विचार रख चुका है। मैंने कश्मीर मुद्दे पर भाजपा पर 70 फीसदी और कांग्रेस पर 30 फीसदी हमला बोला।' इससे पहले भी 5 अगस्त को जब अनुच्छेद 370 की कई धाराएं हटाने का संकल्प राज्यसभा में पेश किया गया था तो वायको ने इसका विरोध करते हुए कहा था कि यह दुख भरा दिन है, आज कश्मीरी लोगों को दिया गया वादा तोड़ा गया है। बता दें कि वायको इससे पहले भी वायको विवादित बयान दे चुके हैं। पिछले महीने वायको ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान कहा था कि हिंदी के कारण संसद में बहस का स्तर गिर गया है। साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री हिंदी के जरिये हिंदू राष्ट्र की ओर आगे बढ़ रहे हैं। कुछ समय पहले चेन्नई की एक अदालत ने उन्हें श्रीलंका के आतंकी संगठन लिट्टे का समर्थन करने पर देशद्रोह का आरोपी मानते हुए दोषी करार दिया था हालांकि बाद में कोर्ट ने सजा पर रोक लगा दी थी।
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अब वायको के विवादित बोल, आजादी के 100वें साल में भारत का हिस्सा नहीं होगा कश्मीर