
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और प्रकाश जावड़ेकर सहित कई नेताओं ने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पहुंचकर पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली की सेहत की जानकारी ली। जेटल को नौ अगस्त को सांस लेने में परेशानी और बेचैनी होने की शिकायत के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत बेहद नाजुक बनी हुई है।
इससे पहले, भाजपा के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी, दिल्ली के उप-राज्यपाल अनिल बैजल और भाजपा सांसद मेनका गांधी ने भी सोमवार को एम्स पहुंचकर जेटली की सेहत की जानकारी ली थी। सूत्रों के मुताबिक जेटली को जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है। डॉक्टरों की एक टीम उनकी लगातार निगरानी कर रही है। जेटली के फेफड़ों में बार-बार पानी जमा हो रहा है। इसकी वजह से उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। उन्हें सॉफ्ट टिशू सरकोमा था, जो एक प्रकार का कैंसर होता है। बता दें कि जेटली पहले से डायबिटीज के मरीज हैं। उनका किडनी ट्रांसप्लांट हो चुका है।