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सऊदी शहजादे की भारत यात्रा से बेहतर होंगे द्विपक्षीय संबंध : मोदी

सऊदी शहजादे की भारत यात्रा से बेहतर होंगे द्विपक्षीय संबंध : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद का स्वागत करते हुए बुधवार को कहा कि उनकी यात्रा से दोनों देशों के संबंधों को और बजबूत बनाने में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सऊदी अरब के साथ भारत के अच्छे संबंध दोनों देशों के नवनिर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं। सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज के आगमन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रोटोकाल तोड़ते हुए स्वयं उनकी आगवानी की। सऊदी अरब के शहजादे भारत की पहली द्विपक्षीय यात्रा पर आए हैं। मोहम्मद बिन सलमान का आज सुबह राष्ट्रपति भवन में पारंपरिक स्वागत किया गया जहां उन्होंने सलामी गारद का निरीक्षण किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री मोदी मौजूद थे। 
इस अवसर पर सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि वह भारत की यात्रा पर आकर बहुत प्रसन्न हैं। भारत और सऊदी अरब का रिश्ता काफी पुराना है। यह संबंध 2000 साल पहले से शुरू होता है। उन्होंने कहा कि भारत और सऊदी प्रायद्वीप का रिश्ता हमारे डीएनए में बसा है। सऊदी अरब के शहजादे ने कहा कि भारत के लोग हमारे मित्र हैं और पिछले 70 वर्षो से सऊदी अरब को आगे बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं। दो दिवसीय इस यात्रा के दौरान इस बात पर ध्यान होगा कि सऊदी (अरब) भारत के लिए किस प्रकार से काम कर सकता है। 
इस यात्रा के दौरान पाक प्रायोजित आतंकवाद भी प्रमुख मुद्दा रहेगा। साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे, जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया दक्षिण एशिया के दौरे की शुरुआत में रविवार को इस्लामाबाद पहुंचे शहजादे सोमवार को सऊदी अरब लौट गए थे। भारत ने उनके पाकिस्तान से यहां के दौरे पर आने को लेकर आपत्ति जताई थी। सऊदी अरब के शहजादे की भारत यात्रा से कुछ ही दिन पहले पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने सीआरपीएफ के काफिले पर आत्मघाती हमला किया था जिसमें 40 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे। विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, सऊदी अरब के शहजादे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आए हैं। भारत का यह उनका पहला सरकारी दौरा है। 
उनका मुख्य कार्यक्रम 20 फरवरी को होगा। प्रधानमंत्री मोदी के साथ उनकी शिष्टमंडल स्तर की बैठक हैदराबाद हाऊस में होगी। प्रधानमंत्री द्वारा सऊदी अरब के शहजादे के सम्मान में भोज दिया जाएगा। वह राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करेंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी तथा शहजादे के बीच बुधवार को होने वाली प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता में भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा। विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव टी एस त्रिमूर्ति के अनुसार, सऊदी नेता के दौरे में दोनों पक्षों के बीच निवेश, पर्यटन, आवास और सूचना तथा प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में पांच समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है। इस दौरे से भारत-सऊदी द्विपक्षीय संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत होगी।
वहीं, मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि सऊदी अरब ने पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। हम सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक मामलों में उनके सहयोग की सराहना करते हैं। इसमें कहा गया है कि सऊदी अरब ने आतंकवाद से जुड़ी हमारी चिंताओं के प्रति गहरी समझ दिखायी है और उसने इस वैश्विक बुराई से निपटने में भारत के साथ मिलकर काम करने पर स  हमति जताई है। बयान में कहा गया है कि रक्षा क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग संबंधों का एक महत्वपूर्ण आयाम है। दोनों देश संयुक्त उत्पादन और संयुक्त अभ्यास खास तौर पर संयुक्त नौसेना अभ्यास की संभावना तलाश रहे हैं। 
दोनों देश मंत्रालय स्तर पर ‘सामरिक गठजोड़ परिषद’ स्थापित करने को अंतिम रूप दे रहे हैं, जिससे सामरिक संबंधों को गति देने में मदद मिलेगी। भारत और सऊदी अरब का द्विपक्षीय कारोबार साल 2017-18 में 27।48 अरब डालर का रहा है। सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है। सऊदी अरब ऊर्जा सुरक्षा के क्षेत्र में भारत के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत है, जो कच्चे तेल के संबंध में 17 प्रतिशत जरूरतों की आपूर्ति करता है। दोनों देश खाद्य सुरक्षा, आधारभूत ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, ऊर्वरक जैसे क्षेत्रों में संयुक्त गठजोड़ बढ़ाने को इच्छुक हैं।

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