
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा केंद्र सरकार को लाभांश और अधिशेष कोष के मद से 1.76 लाख करोड़ रुपए हस्तांतरित करने के निर्णय को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि आरबीआई से प्रोत्साहन पैकेज लेना इस बात का सबूत है कि देश में अर्थव्यवस्था की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा केंद्र सरकार ने यह नहीं बताया कि इस पैसे का इस्तेमाल कहां और किस तरह किया जाएगा। उन्होंने ट्वीट किया सरकार द्वारा खुद को प्रोत्साहन पैकेज देना इस बात का सबूत है कि अर्थव्यवस्था गहरे संकट में है। केंद्र अपनी ही इकाई आरबीआई से मिलने वाले घरेलू अनुदान पर निर्भर हो कर रह गया है।
सिंघवी ने कहा इस पैसे के उपयोग को लेकर किसी योजना का खुलासा नहीं किया गया। अगर यह बिना प्राथमिकता वाले क्षेत्र या फिर प्रशासनिक खर्च के लिए इस्तेमाल होता है, तो फिर हम सब परेशानी में पड़ जाएंगे। उन्होंने कहा जब यह सरकार खुद आरबीआई से प्रोत्साहन पैकेज ले रही है, तो भला ऑटो, निर्माण, छोटे एवं लघु उद्योग जैसे खराब हालत वाले क्षेत्रों को प्रोत्साहन कैसे देगी। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने केंद्र सरकार को लाभांश और अधिशेष कोष के मद से 1.76 लाख करोड़ रुपए हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अगुवाई में रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल ने रिजर्व बैंक की बिमल जालान की अध्यक्षता वाली समिति की सिफारिशों को स्वीकार करने के बाद यह कदम उठाया है।