
जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली दफा गुजरात आए केन्द्रीय गृह मंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि आज देश के लिए मरने के मौका नहीं मिला। शहीद भगतसिंह, राजदेव हंसते हंसते फांसी पर चढ़ गए थे, वैसा सौभाग्य हमें नहीं मिला। लेकिन देश के लिए जीने का अवसर जरूर मिला है। अहमदाबाद महानगर पालिका की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने इलेक्ट्रिक बसों का लोकार्पण किया। अमित शाह के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने पर भाजपा कार्यकर्ताओं ने कश्मीर के नारे लगाए। इस मौके पर अमित शाह ने कहा कि सपूर्ण स्वदेशी इलेक्ट्रिक बस चलाने का काम अहमदाबद महानगर पालिका ने किया है। जब इलेक्ट्रिक बस और वाहन होंगे तो बैटरी बदलने की दुकानें खोलने पड़ेंगी। इस प्रकार पर्यावरण को मजबूत बनाने का जो काम अहमदाबाद मनपा ने किया है उसके लिए उसका अभिनंदन करता हूं।
गांधीजी के मूल्यों का फिर एक बार देश के समाज जीवन में लाना होगा। गांधी विचार एवं मूल्य शाश्वत हैं, जो जमीन से जुडी बातें और मुद्दे हैं। हमारी संस्कृति से जुड़े हैं। स्वच्छता, खादी, सत्य, अहिंसा आज भी प्रासंगिक हैं। उनके दिए एक एक संदेश आज भी प्रासंगिक हैं। संकल्प भले ही छोटा हो, परंतु जीवन में परिवर्तन लाने वाला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि कोई बहन प्लास्टिक थैली में सब्जी नहीं लाने का संकल्प करती है तो वह भी एक बड़ा संकल्प होगा। यदि 130 करोड़ लोग एक संकल्प करे तो देश 130 करोड़ मीटर आगे बढ़ जाएगा। देश के सभी लोग संकल्प लेते हैं तो देश मजबूती के साथ विश्व की स्पर्धा में आगे बढ़ जाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मेरे जन्म से पहले नर्मदा डैम की नींव रखी गई थी। नरेन्द्र मोदी के मुख्यमंत्री बनने के बाद 85 प्रतिशत काम हुआ और उनके प्रधानमंत्री बनते ही 100 फीसदी काम संपन्न हुआ। मोदी जब मुख्यमंत्री तब तालाब गहरे कर जल संचय अभियान को गति प्रदान की। हांलाकि उसके गटर कनैक्शन जुड़ने के वजह से वह गंदगी का कारण बने। अहमदाबाद महानगर पालिका को आदेश देकर तालाबों से गटर कनैक्शन हटाए गए। अब तालाबों में बरसाती जमा हुआ है और उसके खाली होने पर नर्मदा के पानी से उसे भरे जाएंगे।