
असम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कहा वह राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) की अद्यतन सूची पर भरोसा नहीं करती हैं। पार्टी ने केन्द्र और राज्य सरकारों से राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी तैयार किए जाने का अनुरोध किया है। भाजपा असम इकाई के अध्यक्ष रंजीत कुमार दास ने कहा कि एनआरसी की अंतिम सूची में आधिकारिक तौर पर पहले बताए गए आंकड़ों की तुलना में बाहर किए गए लोगों की बहुत छोटी संख्या बताई गई है। उन्होंने कहा हम इस एनआरसी पर भरोसा नहीं करते हैं। हम बहुत नाखुश हैं।। हम केंद्र और राज्य सरकारों से राष्ट्रीय स्तर पर एनआरसी तैयार किए जाने की अपील करेंगे।
दास ने कहा पार्टी बाहर किए गए लोगों द्वारा विदेशी न्यायाधिकरण (एफटी) में अपील किए जाने की प्रक्रिया और मामलों के फैसलों पर करीबी नजर रखेगी। उन्होंने कहा यदि एफटी वास्तविक भारतीयों के खिलाफ प्रतिकूल आदेश देते हैं तो हम पूरे 19 लाख मामलों के निस्तारण की प्रतीक्षा नहीं करेंगे। हम कानून लायेंगे और उन्हें सुरक्षित बनाने के लिए काम करेंगे। दास ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री हितेश्वर सैकिया ने 1991-96 के अपने कार्यकाल के दौरान विधानसभा में असम में रहने वाले 30 लाख विदेशियों का आंकड़ा दिया था। उन्होंने कहा तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने राज्यसभा में कहा था कि दो करोड़ बांग्लादेशी भारत में घुस गए थे और उनमें से 50 लाख असम में बस गए थे।
भाजपा राज्य प्रमुख ने बताया कि पार्टी को स्वदेशी लोगों को बाहर किए जाने के बारे में विभिन्न जिलों से रिपोर्ट मिल रही है। उन्होंने कहा हमारे अनुमान के अनुसार, आवेदन करने वाले दो लाख वास्तविक भारतीय नागरिक एनआरसी से छूट गए। एनआरसी प्रारूप में नाम शामिल नहीं किए जाने के बाद चार लाख और लोगों ने अपील नहीं की।