हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन से टक्कर लेने के लिए भारत और जापान साथ आएंगे। पीएम मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के बीच हुई मुलाकात में इस रणनीतिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बन गई है। चीन इस क्षेत्र में लगातार अपनी सैन्य ताकत बढ़ा रहा है। ओसाका में हुए जी20 शिखर सम्मेलन के बाद दूसरी बार मिले दोनों नेताओं ने व्यापार, संस्कृति और रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग गहरा करने का संकल्प लिया। पीएम मोदी ने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री शिंजो आबो से मुलाकात करके खुशी हुई। हमने कई विषयों पर गहराई से बातचीत की। हमने विशेष रूप से हमारे देशों के बीच व्यापारिक एवं सांस्कृतिक संबंध और बेहतर करने पर बात की। दोनों देश बेहतर भविष्य के लिए विभिन्न वैश्विक मंचों पर मिलकर काम कर रहे हैं। विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर वार्ता हुई। इस मुद्दे पर भारत और जापान के समान विचार हैं। गोखले के मुताबिक आबे सभी देशों के लिए खुले एवं मुक्त हिंद प्रशांत क्षेत्र के पक्ष में हैं। वह चाहते हैं कि आपसी संबंत और आर्थिक सहयोग के जरिए सुरक्षित एवं समृद्ध हिंद प्रशांत क्षेत्र का निर्माण होना चाहिए। हालांकि चीन यहां सेना की तैनाती बढ़ा रहा है। ऐसे में जापान और भारत इस मुद्दे पर साथ आएंगे।