फिल्म 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म को जो देख रहे हैं वो सोनम कपूर आहूजा के अभिनय की जरुर तारीफ कर रहे हैं। फिल्म का निर्देशन शैली चोपड़ा धर द्वारा किया गया है। इस फिल्म में अनिल कपूर, राजकुमार राव और जूही चावला ने भी अहम भूमिका अदा की है। सोनम के फैंस को यह फिल्म काफी पसंद आई है, इस कारण उनके काम की खूब सराहना भी हो रही है। सोशल मीडिया पर जो प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं उसमें तो यही कहा जा रहा है कि फिल्म में सोनम ने जबरदस्त अभिनय के जरिए प्यार की गहराई को जहां समझा दिया है तो वहीं अनिल कपूर, जूही चावला और अन्य कलाकारों ने स्क्रीन पर आग लगाने जैसा काम किया है। वास्तव में फिल्म बेहद खूबसूरत है। सोनम कपूर और अनिल कपूर के अभिनय को देखते हुए दर्शक भावुक हो जाते हैं और एक समय ऐसा भी आता है जबकि उनकी आंख भर आती है। अब देखना यह है कि फिल्म वीकएंड के साथ सामान्य दिनों में बॉक्सऑफिस में क्या कमाल दिखा पाती है।
सरोगेसी से बनी मॉं एकता हुंईं इमोशनल
यह तो लगभग सभी जान ही चुके हैं कि छोटे पर्दे पर अपने सीरियलों के जरिए सदा छाई रहने वाली एकता कपूर सरोगेसी से मॉं बन चुकी हैं। उन्हें 27 जनवरी को बेटा हुआ, जिसके बाद बधाई देने वालों का तांता लग गया। वैसे आपको यहां यह भी बतलाते चलें कि एकता के भाई तुषार कपूर भी इसी तरह पिता बने थे। इसलिए अब एकता ने भी सरोगेसी के जरिए मां बनने का विकल्प चुना। इस प्रकार अपने जमाने के शानदार अभिनेता जीतेंद्र के घर एक बार फिर नन्हे मेहमान ने आगाज दी है। पहले तुषार कपूर के पिता बनने से वो दादा बने थे तो अब एकता के यहां बेटा हुआ तो वो नाना भी बन गए। इसके लिए टीवी क्वीन एकता कपूर के साथ ही साथ तुषार और जीतेंद्र को भी बधाईयां मिल रही हैं। बहरहाल इस लम्हें में एकता कुछ ज्यादा ही भावुक हो गई हैं और उन्होंने सोशल मीडिया पर जो संदेश दिया उससे सभी द्रवित हो गए। इस भावनात्मक पोस्ट में एकता कपूर ने बताया कि उनके बेटे का नाम रवी कपूर रखा गया है। एकता लिखती हैं कि, ईश्वर के आशीर्वाद से मैंने जीवन में बहुत सफलता हासिल की, लेकिन कुछ भी इस फीलिंग को बीट नहीं कर सकता है कि एक खूबसूरत सोल यानी आत्मा मेरी दुनिया से जुड़ गई है। मैं तो यहां एक्सप्रेस भी नहीं कर सकती कि बेबी के जन्म से मैं कितनी खुश हूं। जीवन में सभी चीजें वैसी नहीं होतीं जैसी कि आप चाहते हैं, लेकिन कहीं न कहीं इसका समाधान जरुर होता है। मैंने अपने लिए उसे तलाशा और आज मैं पेरेंट बनकर खुद को धन्य महसूस कर रही हूं। यह मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए एक भावनाओं से ओतप्रोत पल है और मैं इस मां बनने के सफर की शुरूआत करने का इंतजार नहीं कर सकती।' इसी के साथ उन्होंने नीचे लिखा 'रावी कपूर, एकता कपूर'। इस पोस्ट को जिसने पढ़ा वह भी भावुक हुए बिना नहीं रह सका।
फातिमा को अब इन बातों का नहीं लगता बुरा
पिछले कुछ समय से फातिमा सना शेख और आमिर खान के बीच रिश्तों को लेकर खबरें खूब चलीं और सोशल मीडिया पर भी इसके चर्चे आम रहे हैं। वैसे फातिमा ने तो अधिकांश जगहों पर यही कहा कि उनके बारे में सिर्फ अफवाहें फैलाई जा रही हैं और इससे उन्हें काफी दिक्कत व दु:ख भी हुआ है। पर अब सब कुछ बदल गया है और वो इसलिए क्योंकि इस तरह की खबरों या अफवाहों से फातिमा को कोई फर्क नहीं पड़ता है। दरअसल एक बातचीत के दौरान फातिमा ने खुद ही कहा है कि इस तरह की अफवाहें उन पर पहले हावी हुआ करती थीं और फिर धीरे-धीरे उन्होंने इन बातों को नजरअंदाज़ करना सीख लिया तो अब सब ठीक लगता है। बातचीत के दौरान फातिमा कहती दिखती हैं कि खुद के बारे में इस तरह की अफवाहें जब वो देखती और सुनतीं थीं तो बुरा लगता था, क्योंकि कभी इतने बड़े लेवल पर इन बातों का सामना नहीं किया था। खुद ही कहें या फिर समय ने ऐसी अफवाहों को नजरअंदाज़ करना सिखा दिया। अब तो ऐसी चीजों से खुद ही तरीके से डील करना भी फातिमा को आ गया है। वैसे फातिमा कहती तो यही हैं कि आमिर के साथ रिलेशन को लेकर जिस तरह की खबरें आई हैं उससे उनके जानकारों के दिलो-दिमाग में तो यही एंप्रेस पड़ा होगा कि मैं एक अच्छी पर्सन नहीं हूं। इसलिए इस तरह की अफवाहें फैलाने वालों को चाहिए कि वो पहले पूछ तो लें कि क्या चल रहा है, मैं उन्हें माकूल जवाब दे सकती हूं।' इसलिए फातिमा चाहती तो यही हैं कि सच बात सामने आए, लेकिन यदि कोई अफवाहें फैलाता भी है तो अब उन्हें इससे कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है, क्योंकि वो जैसी हैं वो वैसी ही रहने वाली हैं।
बकौल नवाज हीरो का नेगेटिव करैक्टर दर्शकों को पसंद नहीं
बॉलीवुड में अपने जानदार अभिनय के जरिए अलग जगह बना चुके नवाजुद्दीन सिद्दीकी इन दिनों बायोपिक फिल्मों की वजह से चर्चा में हैं। उन्हें ज्यादा बायोपिक मिलने का एक कारण यह भी है कि वो किसी भी रोल को इतने परफेक्शन से करते हैं कि देखने वाला भूल जाता है कि असली जिंदगी वाला किरदार और पर्दे में दिखने वाला किरदार दो अलग-अलग है। उनके अभिनय के मानों सभी मुरीद हो चुके हैं। इस बात की गवाही हाल ही में रिलीज हुई उनकी बायोपिक फिल्म ठाकरे देती है। गौरतलब है कि फिल्म ठाकरे ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया है। एक साक्षात्कार के दौरान नवाज ने कहा कि 'हमारे देश का दर्शक अब तक किसी हीरो को निगेटिव रोल में देखने के लिए तैयार नजर नहीं आता है।' इस बात को सिद्ध करते हुए नवाज बताते हैं कि 'मेरी पिछली फिल्में जैसे कि रमन राघव और मंटो ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। मैंने तो इन फिल्मों में भी पूरी कोशिश की थी कि मैं अपने किरदार को हूबहू उसी जैसा उतारुं जैसा मुख्य किरदार था। मैंने यह महसूस किया कि हमारे दर्शक अभी अपने हीरोज को नकारात्मक किरदार में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं हैं।' बहरहाल फिल्म ठाकरे की सफलता से नवाज खुश हैं और इसलिए वो कह जाते हैं कि इस फिल्म की सफलता ने मुझे भविष्य में कई सारे चुनौतीपूर्ण किरदारों को निभाने का हौसला दिया है।