
भारत की ओर से पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश के आतंकी शिविरों पर भारतीय वायुसेना के हवाई हमले के पश्चात दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। सीमा पर पाकिस्तानी विमान की हरकतों के मद्देनजर सुरक्षा के लिहाज से एहतियात बरतते हुए भारत और पाकिस्तान की सीमा से जुड़े एयरपोर्ट और एयरस्पेस को हाई अलर्ट पर कर दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू, श्रीनगर, लेह और चंडीगढ़ एयर स्पेस को बंद कर दिया गया है और कई उड़ानों को रोक दिया गया है। भारत के लड़ाकू जेट द्वारा नियंत्रण रेखा पार कर मंगलवार को पाकिस्तान के भीतर एक बड़े आतंकी शिविर को नष्ट करने के बाद ऐसी आशंका है कि उस पार से जवाबी कार्रवाई की जा सकती है। इसी चेतावनी को देखते हुए इन इलाकों को हाई अलर्ट पर रख दिया गया है।
रिपोर्ट है कि पाकिस्तानी फाइटर जेट्स ने जम्मू-कश्मीर के पूंछ और रजौरी सेक्टर में भारतीय एयर स्पेस का उल्लंघन किया है। ऐसा बताया जा रहा है कि जिस तरह से भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा में जाकर जैश के कैंप को तबाह किया है, वैसी ही कुछ हरकत पाकिस्तान कर सकता है। वहीं, पाक वायुसेना की ओर से सीमा उल्लंघन की खबरों के बीच पाकिस्तान सरकार ने दावा किया है कि आज हमने पाकिस्तानी सीमा में रहकर ही नियंत्रण रेखा पर हमले किए। यह बदला नहीं है, हम सिर्फ यह दिखाना चाहते थे कि हम आत्मरक्षा में सक्षम हैं। हमारा लक्ष्य असैन्य था, ताकि नुकसान न हो। हम तनाव को बढ़ाना नहीं चाहते।
दरअसल, भारत ने मंगलवार को सूर्य की किरण उगने से पहले बड़ी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर को तबाह कर दिया, जिसमें लगभग 300 आतंकवादी और उनके प्रशिक्षक मारे गए। पाकिस्तान ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद इन आतंकवादियों को उनकी सुरक्षा के लिए इस शिविर में भेजा था। करीब 20 मिनट से भी कम समय में अंजाम दिया गया भारतीय वायुसेना का यह हमला अत्यंत त्वरित और सटीक था। सरकार ने कहा कि हमला किसी सैन्य ठिकाने पर नहीं, केवल आतंकी ठिकाने पर किया गया और इसे ‘हमलों को रोकने' के उद्देश्य से ‘ऐहतियात' के तौर पर अंजाम दिया गया। उन्होंने कहा कि यह ठिकाना जंगल में एक पहाड़ी पर स्थित था और पांच सितारा रिजॉर्ट शैली में बना था। इसके चलते यह ‘आसान निशाना' बन गया तथा आतंकवादियों को नींद में ही मौत के आगोश में सुला दिया गया।