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कोलकाता टेस्ट में टूटा 142 साल का रिकॉर्ड, बांग्लादेश के लिए खेले 13 क्रिकेटर

कोलकाता टेस्ट में टूटा 142 साल का रिकॉर्ड, बांग्लादेश के लिए खेले 13 क्रिकेटर

कोलकाता टेस्ट में टूटा 142 साल का रिकॉर्ड, बांग्लादेश के लिए खेले 13 क्रिकेटर
कोलकाता के ईडन गार्डन में भारत बनाम बांग्लादेश टेस्ट क्रिकेट श्रृंखला में 142 साल के टेस्ट इतिहास का रिकॉर्ड टूट गया है। दुनिया का पहला टेस्ट मैच साल 15 से 19 मार्च तक मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 45 रन से जीत हासिल की थी। तब से लेकर अब तक 2369 टेस्ट मैच आयोजित हो चुके हैं। मगर शुक्रवार 22 नवंबर को कोलकाता के ईडन गार्डंस पर भारत-बांग्लादेश मैच में जो हुआ, वो टेस्ट इतिहास में शायद ही इससे पहले कभी देखने को मिला होगा। दरअसल, क्रिकेट हमेशा से 11 खिलाड़ियों की टीम का खेल रहा है। हालांकि कुछ समय के लिए वनडे क्रिकेट में सुपरसब नियम लागू किया गया था। जिसमें प्लेइंग इलेवन चुनने के बाद भी टीमें जरूरत के हिसाब से एक खिलाड़ी को बदल सकती थी। हालांकि टीम को उस 12वें खिलाड़ी का नाम भी प्लेइंग इलेवन के वक्त ही देना जरूरी होता था। लेकिन भारत-बांग्लादेश के बीच खेला जा रहा कोलकाता टेस्ट इससे भी एक कदम आगे निकल गया। इस टेस्ट में भारत के खिलाफ बांग्लादेश के 13 खिलाड़ी मैदान पर उतरे। इससे पहले शायद ही क्रिकेट का कोई अंतरराष्ट्रीय मैच होगा, जिसमें एक टीम के लिए 13 खिलाड़ी खेले होंगे।
दरअसल मोहम्मद शमी की गेंद पर लिटन दास और नईम हसन के चोटिल होने के  बाद कन्कशन खिलाड़ी के रूप में मेहदी हसन और ताइजुल इस्लाम को टीम में शामिल किया। जबकि अभी तक 12वें खिलाड़ी का ही नाम प्लेइंग इलेवन में बताना  होता था, जिसे जरूरत के समय मैदान पर उतारा जा सके, लेकिन जब मेहमान टीम के दो खिलाड़ियों के सिर पर चोट लग गई और उनकी स्थिति को देखते हुए मैदान पर उतरने से मना कर दिया गया तो बांग्लादेश को मजबूरन मेहदी हसन के बाद ताइजुल इस्लाम को भी कन्‍कशन के रूप में इस्तेमाल करना पड़ा। बांग्लादेश इस तरह एक टेस्ट मैच में दो ‘कन्कशन सब्स्टीट्यूट’ उतारने वाली पहली टीम बन गई। इस तरह से 11 पहले और दो कन्‍कशन को मिलाकर बांग्लादेश के कुल 13 खिलाड़ी मैदान पर उतरे। लिटन दास 24 रन पर रिटायर्ड हर्ट हुए तो उनकी जगह मेहदी हसन आए, जो आठ रन ही बना पाए थे। वहीं नईम हसन 19 रन ही बनाकर इशांत शर्मा के शिकार बने। बाद में उनकी जगह इस्लाम को मैच में शामिल किया गया। जिन्होंने 23 ओवर गेंदबाजी की और एक विकेट लिया। हालांकि ऑफ स्पिनर मेहदी हसन को गेंदबाजी की अनुमति नहीं दी गई। आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के साथ ही क्रिकेट में कन्कशन नियम लागू किया। इस नियम के आधार पर किसी खिलाड़ी के सिर पर चोट लगने के बाद उसकी जगह किसी दूसरे खिलाड़ी को खिलाया जा सकता है। लेकिन इसके जरूरी यह कि कन्कशन सब्स्टीट्यूट चोटिल खिलाड़ी की शैली का ही होना चाहिए।
इस नियम के आने के बाद अभी तक पांच खिलाड़ी मैच से बाहर हो चुके हैं, जिसमें से चार खिलाड़ी भारत के खिलाफ मैच में बाहर हुए। ‌क्रिकेट की दुनिया के सबसे पहले कन्कशन खिलाड़ी मार्नस लाबुशेन हैं, जो  इंग्लैंड के खिलाफ मुकाबले में चोटिल स्टीव स्मिथ की जगह आए थे। इसके बाद सितंबर में भारत और वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में डैरेन ब्रावो के सिर पर जसप्रीत बुमराह की गेंद लगी थी, जिनकी जगह जेरेमी ब्लैकवुड मैदान पर आए। अक्टूबर में भारत और साउथ अफ्रीका के खिलाफ मुकाबले में डीन एल्गर चोटिल हो गए थे और उनकी जगह थू‌निस डी ब्रूयन आए थे। 
 

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