
आज से 5 नियमों में हो जाएगा परिवर्तन, आपकी जेब भी होगी ढीली
आज 1 दिसंबर से कई नियम परिवर्तित होने जा रहे हैं जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पडे़गा। इन नए नियमों से जहां एक ओर आपको राहत मिलेगी, वहीं दूसरी ओर इन बातों का ध्यान नहीं रखने पर नुकसान भी हो सकता है। इन बदलावों में गैस सिलेंडर के दाम, मोबाइल टैरिफ, रेलवे का मेन्यू आदि शामिल है। तो आइए आपको बताते हैं कि 1 दिसंबर से क्या-क्या बदल रहा है।
एक दिसंबर से रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में बदलाव हो जाएगा। इससे पहले लगातार तीन महीने तक रसोई गैस के दाम में इजाफा हुआ था इसलिए हो सकता है कि दिसंबर में फिर आम आदमी को झटका लगे। नवंबर में देश के प्रमुख महानगरों में बिना-सब्सिडी वाला गैस सिलेंडर करीब 76.5 रुपए महंगा हुआ था। वहीं, 19 किलोग्राम सिलेंडर की कीमत दिल्ली में 1204 रुपए हो गई थी।
दिसंबर में इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) 1 दिसंबर को लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर के लिए नया नियम लागू करने जा रहा है। माना जा रहा है कि नए नियम के तहत प्रीमियम थोड़ा महंगा हो सकता है और गारंटीड रिटर्न थोड़ा कम हो सकता है।
इस साल के आखिरी महीने की पहली तारीख से आम आदमी की जेब पर बोझ बढ़ सकता है। 1 दिसंबर से मोबाइल फोन उपभोक्ताओं के लिए कॉलिंग के साथ-साथ इंटरनेट का इस्तेमाल करना भी महंगा हो जाएगा। मतलब साफ है कि टेलीकॉम कंपनियां टैरिफ प्लान के दाम बढ़ाने की तैयारी में है। टेलीकॉम कंपनियां इसको लेकर पहले ही ऐलान कर चुकी है। टेलीकॉम सेक्टर के जानकारों का कहना है कि 14 साल पुराने एडजेस्टेड ग्रास रेवेन्यू (एजीआर) के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद टेलीकॉम कंपनियों पर देनदारी का दबाव बढ़ गया है। इसीलिए कंपनियों ने टैरिफ प्लान के रेट्स बढ़ाने की तैयारी पूरी कर ली है।
अब ट्रेनों में चाय और खाना महंगा होने जा रहा है। यानी ट्रेन में चाय और भोजन के लिए अब आपको ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। इस संदर्भ में रेलवे बोर्ड में पर्यटन एवं खान-पान विभाग के निदेशक की तरफ से सर्कुलर भी जारी कर दिया गया है। सर्कुलर के मुताबिक राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में चाय, नाश्ता और खाना महंगा होने जा रहा है। बता दें कि इन ट्रेनों की टिकट लेते वक्त ही चाय, नाश्ते और खाने का पैसा देना होता है। साथ ही दूसरी ट्रेनों के यात्रियों को भी महंगाई की मार झेलनी पड़ेगी। नया मेन्यू और शुल्क दिसंबर में अपडेट हो जाएगा।
भारतीय रिजर्व बैंक एक बार फिर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। तीन से पांच दिसंबर चलने वाली एमपीसी बैठक में रेपो रेट को घटाकर 4.90 फीसदी पर की जा सकती है। सर्वे में शामिल अधिकतर अर्थशास्त्रियों का कहना है कि घरेलू कर्ज की धीमी रफ्तार और कंपनियों के घटते मुनाफे की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था को रफ्तार पकड़ने में समय लगेगा।