YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

एंटरटेनमेंट

‎टिकटॉक के चेयर चैलेंज में महिलाएं पुरुषों को दे रहीं हैं मात

‎टिकटॉक के चेयर चैलेंज में महिलाएं पुरुषों को दे रहीं हैं मात

‎टिकटॉक के चेयर चैलेंज में महिलाएं पुरुषों को दे रहीं हैं मात
 सोशल मीडिया प्लेटफार्म टीकटॉक पर इन दिनों म‎हिलाएं पुरुषों को मात दे रही है। बता दें इंटरनेट पर वायरल चेयर चैलेंज पुरुषों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। दरअसल इस चेयर चैलेंज में दीवार के सहारे झुककर पहले कुर्सी को अपनी छाती से लगाना होता है फिर ऐसी ही अवस्था में सीधा खड़ा होना होता है। टिकटॉक पर यह चैलेंज करते हुए महिलाएं बहुत सहज नजर आती हैं जबकि पुरष इसे कर पाने में असमर्थ दिख रहे हैं। बता दें ‎कि जब कुर्सी को सीने से लगाए हुए सीधे खड़े होने की बारी आती है तो पुरुष अपना बैलेंस खो बठते हैं। कई पुरुष तो झुकी हुई अवस्था में ही फंस जाते हैं। हालां‎कि चेयर चैलेंज में दीवार से पहले पैर सटा कर खड़े हो जाइए। फिर पैरों से नाप कर दो कदम पीछे जाना है। इसके बाद झुककर धीरे से दीवार के सहार अपना सिर लगाना है। इस स्थिति में आपको कुर्सी खींचकर अपनी छाती से लगानी है। इसके बाद बिना पैर हिलाए सीधा खड़े हो जाना है। यह चैलेंज देखने में तो बहुत आसान लगता है लेकिन है नहीं। वैज्ञानिकों ने बताया ‎कि ऐसा महिलाओं और पुरुषों की शारीरिक बनावट की वजह से हो रहा है। इसीलिए महिलाएं इसे आसानी से कर पा रहीं हैं जबकि पुरुष की सफलता का प्रतिशत बेहद कम है। सवाल उठा रहा है ‎कि महिलाओं और पुरुषों की शारीरिक बनावट में ऐसा क्या अलग है कि महिलाएं इसे आसानी से कर पा रहीं हैं जबकि पुरुष नहीं। इसके जवाब में वैज्ञानिक जेरेमी जॉनसन कहते हैं कि महिलाओं का सेंटर ऑफ मास यानी शारीरिक द्रव्यमान का केंद्र पुरुषों से अलग होता है। यही वजह से कि महिलाएं इस चेयर चैलेंज को आसानी से कर पा रहीं हैं। महिलाओं का सेंटर ऑफ मास कमर के नीचे होता है जबकि पुरुषों का कहीं ऊपर। यही वजह है कि जब पुरुष झुककर कुर्सी को अपने सीने से लगाते हैं तब उनका वजन कुर्सी के ऊपर होता है, जबकि इसी अवस्था में महिलाओं के शरीर का वजह उनके पैरों पर होता है।

Related Posts