
देश का पहला कॉरपोरेट बांड ईटीएफ को मोदी कैबिनेट की मंजूरी
इस माह के दूसरे और तीसरे हफ्ते में लांच हो सकता
मोदी सरकार कैबिनेट ने बुधवार को भारत एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) को मंजूरी दे दी है। यह देश का पहला कॉरपोरेट बांड ईटीएफ है। ईटीएफ के द्वारा शेयर बाजार, कमोडिटी और सिक्योरिटी में निवेश किया जाता है। शेयर बाजार में ईटीएफ उसी तरह ट्रेड करता है,जिस तरह से कोई कंपनी का शेयर करता है। बुधवार को कैबिनेट मंजूरी के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सरकार देश में बांड बाजार का विस्तार करना चाहती है। बांड ईटीएफ लांच होने से भारत वित्तीय रूप से एक अधिक सक्रिय अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत बांड ईटीएफ को एक्सचेंज पर लिस्ट किया जाएगा। इसके कारण इस कोई भी कभी भी खरीद और बेच सकता है। वित्त मंत्री ने बताया कि इसका एक यूनिट 10,000 रुपए से अधिक का नहीं होगा। इससे कम पूंजी वाले छोटे निवेशक भी बांड ईटीएफ का हिस्सा बन सकते हैं।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हर एक ईटीएफ की तय मैच्योरिटी डेट होगी। इन्हें जोखिम के आधार पर ट्रैक भी किया जाएगा। इनका मैच्योरिटी पीरियड 3 से 10 सालों का होगा। भारत बांड ईटीएफ में करीब एक दर्जन सरकारी कंपनियों के शेयर होगा इसमें नेशनल हाइवे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन, पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन, नेशनल थर्मल कॉरपोरेशन, नाबार्ड,एक्जिम बैंक,न्यूक्लियर पावर,आरएसी, पावरग्रिड जैसी कंपनियों के शेयर रखे जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, भारत बांड ईटीएफ को इसी महीने के दूसरे या तीसरे हफ्ते में लांच किया जा सकता है।
जानकारों की माने तो बाजार को पहले से मोदी सरकार द्वारा बांड ईटीएफ लाए जाने की उम्मीद थी। इसके पहले सरकार ने 2014 में पहली बार इक्विटी ईटीएफ लांच किया था,इसमें सरकार को काफी सफलता मिली। इसके बाद भारत-22 ईटीएफ आया और सरकार के मुताबिक वह भी काफी सफल रहा है। बांड ईटीएफ एक ऐसा फंड होता है, जो एक्सचेंज में ट्रेड करता है और पारंपरिक बांड म्यूचुअल फंड की तरह बांड में निवेश करता है। एक्टिवली मैनेज्ड डेट फंड के मुकाबले बांड ईटीएफ को कम खर्च पर एक्सचेंज पर खरीदा-बेचा जा सकता है।