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 प्याज के दाम नियंत्रित करने शाह ने संभाला मोर्चा, लेंगे बैठक -खाद्य और आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान बोले- हो रही है हर कोशिश

 प्याज के दाम नियंत्रित करने शाह ने संभाला मोर्चा, लेंगे बैठक -खाद्य और आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान बोले- हो रही है हर कोशिश

 प्याज के दाम नियंत्रित करने शाह ने संभाला मोर्चा, लेंगे बैठक
-खाद्य और आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान बोले- हो रही है हर कोशिश

प्याज की आसमान छूती कीमतों ने आम आदमी के 'आंसू' निकाल दिए हैं, तो विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। तमाम प्रयासों के बाद भी प्याज सस्ता नहीं हुआ तो अब गृहमंत्री अमित शाह ने खुद मोर्चा संभाल लिया है। आज शाम अमित शाह सहित सरकार के कई बड़े मंत्री प्याज पर मंथन करेंगे। इसी बीच खाद्य और आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान ने एक के बाद कई ट्वीट कर प्याज की महंगाई की वजहें गिनाईं तो यह भी बताया कि सरकार ने अब तक क्या किया है। उन्होंने यह भी कहा कि मिस्र और तुर्की से मंगाए जा रहे प्याज की खेप 15 दिसंबर तक मिलने लगेगी। पासवान ने कहा कि प्याज की कीमतें नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है। बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा था कि सरकार ने देश में प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिनमें इसके भंडारण से जुड़े ढांचागत मुद्दों का समाधान निकालने के उपाय भी शामिल हैं। अब प्याज को लेकर पासवान ने भी कम उत्पादन से लेकर आयात तक हर मुद्दे पर ट्वीट किए।
पासवान ने कहा, बाजार में प्याज की बढ़ी कीमतों को नियंत्रित करने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। इस बार मॉनसून में एक महीने की देरी के कारण प्याज की बुवाई में देरी भी हुई और पिछले साल से कम रकबे में बुवाई हुई जिसके कारण उत्पादन घटा और नई फसल के भी बाजार में आने में देर हो रही है। वह बोले कि कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान में काफी ज्यादा बारिश होने के कारण प्याज की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसके कारण 26प्रतिशत उत्पादन कम हुआ। इसके अलावा, कई हिस्सों में बाढ़ के कारण काफी प्याज खराब हो गया और ढुलाई में परेशानी हुई।
पासवान ने कहा कि प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने और उपलब्धता बढ़ाने के लिए सरकार ने पहली बार प्याज का 57000 टन का बफर स्टॉक बनाया और जिन राज्य सरकारों ने जब और जितने प्याज की मांग की, उनको सस्ते दर पर उतना प्याज मुहैया कराया गया। 29 सितंबर को सरकार ने प्याज के निर्यात पर पूरी तरह रोक लगा दी और इसी दिन प्याज के भंडारण पर स्टॉक लिमिट लगाई गई। स्टॉक लिमिट में दो दिन पहले फिर से संशोधन किया गया है, ताकि जमाखोरी रोकी जा सके। पासवान ने ट्वीट कर बताया, सरकार खुद भी नाफेड और एनसीसीएफ के जरिए विभिन्न जगहों पर और सफल, केन्द्रीय भंडार, मदर डेयरी आदि के काउंटरों से उपभोक्ताओं को सस्ता प्याज मुहैया करवा रही है। आयात में कई सुविधाओं और रियायतों की घोषणा के कारण प्याज का आयात तेजी से बढ़ा है। एमएमटीसी के जरिए सरकार खुद भी आयात कर रही है और निजी आयातकों को भी प्रोत्साहन दिया है। अगले एक हफ्ते में आयातित प्याज बाजार में उपलब्ध हो जाएगा।
प्याज की उपलब्धता बढ़ाने के लिए एमएमटीसी ने 6090 टन प्याज मिस्र से और 11000 टन तुर्की से मंगाया है जो 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच उपलब्ध हो जाएगा। तुर्की से और 4000 टन प्याज जनवरी के मध्य तक बाजार में आ जाएगा। इसके अलावा 5-5 हजार टन के तीन नए टेंडर भी निकाले गए हैं। इसी बीच आज शाम 5 बजे प्याज संकट पर केंद्र के मंत्रियों की बैठक होगी। सूत्रों के मुताबिक बैठक गृह मंत्री अमित शाह लेंगे। बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल, खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री राम विलास पासवान और कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र तोमर मौजूद रहेंगे। बैठक में पीएमओ अधिकारी व कैबिनेट सचिव भी हिस्सा लेंगे। 

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