
2000 के नोट बंद नहीं किए जाएंगे: सरकार
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि 2000 रुपये के नोट बंद करने की कोई योजना नहीं है। राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सपा के विशंभर प्रसाद निषाद ने पूछा कि क्या सरकार 2000 रुपये के नोट बंद करने जा रही है। ऐसी अटकलंे लगाई जा रही है कि 2000 नोट से कालाबाजारी बढ़ी है, इसलिए इनको बंद कर 1000 रु के नोट जारी किए जाएंगे। वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने सरकार का ऐसा कोई इरादा नहीं है। पूरक प्रश्न के जवाब में ठाकुर ने कहा कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को लाभ पहुंचा है। इससे न सिर्फ मुद्रा की मात्रा बढ़ी है बल्कि जाली मुद्रा पर रोक लगी है। सरकार ने पांच कारणों से 8 नंवबर 2016 को नोटबंदी के फैसले किया था। इससे कालेधन को खत्म करने, जाली नोट की समस्या से निपटने, आतंकवाद के वित्तपोषण को समाप्त करने, सामानांतर अर्थव्यवस्था को औपचारिक अर्थव्यवस्था में तब्दील करने व भारत को कम नकदी वाली अर्थव्यवस्था बनाने के लिए किया गया। देश के अंदर तथा बाहर काले धन का कोई अनुमान नहीं सरकार ने मंगलवार को दावा किया कि देश के अंदर तथा बाहर काले धन की राशि का कोई सरकारी अनुमान नहीं है। अनुराग ठाकुर ने बताया कि भारत द्वारा 130 से अधिक देशों के साथ किए गए समझौते, देशों के बीच कर उद्देश्यों के लिए सूचना के आदान प्रदान की अनुमति देते हैं जिनमें विदेशों में रखे गए काले धन संबंधी सूचना शामिल है।