
इंटरनेट बंद होने से दूरसंचार कंपनियों को प्रति घंटे 2.45 करोड़ का नुकसान
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में देश में कई स्थानों पर हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान विभिन्न राज्य सरकारों में इंटरनेट सेवा पर रोक लगने से दूरसंचार कंपनियों को भारी नुकसान हो रहा है। दूरसंचार कंपनियों के आंकड़ों के अनुसार इंटरनेट बंद होने से कंपनियों को हर घंटे लगभग 2.45 करोड़ रुपए की हानि हो रही है। सेल्यूलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीओएआई) के डायरेक्टर जनरल राजन मैथ्यूज ने कहा कि देश में इंटरनेट बंद होने से दूरसंचार कंपनियों को हर घंटे 3 लाख 50 हजार डॉलर यानी करीब 2.45 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मामले में सबसे पहले इंटरनेट को बंद करना सही कार्रवाई नहीं है। वर्ष 2019 के आखिर तक इंटरनेट बंद होने की समस्या और ज्यादा बढ़ेगी जिससे दूरसंचार को हर घंटे होने वाला नुकसान और बढ़ सकता है। देश की सभी प्रमुख निजी दूरसंचार कंपनियां भारती एयरटेल, वोडाफोन-आइडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज की जियो इंफोकॉम सीओएआई की सदस्य हैं। प्राइस वॉर के कारण राजस्व में आई कमी से इस समय देश की सभी दूरसंचार कंपनियां आर्थिक संकट का सामना कर रही हैं। यही कारण है कि कंपनियों ने हाल ही में टैरिफ में बढ़ोतरी की है।