
बिजली उत्पादक कंपनियों का कोयला आयात 17 प्रतिशत बढ़ा
बिजली उत्पादक कंपनियों का कोयला आयात चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-दिसंबर अवधि में 17.6 प्रतिशत बढ़कर 5.24 करोड़ टन रहा। एक साल पहले इसी अवधि में कंपनियों ने 4.46 करोड़ टन कोयले का आयात किया था। केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के आंकड़ों से यह जानकारी प्राप्त हुई। अडाणी पावर और एनटीपीसी समेत अन्य कंपनियों के अधिक उपभोग की वजह से इस अवधि में कोयले के आयात में तेजी दर्ज की गई। वर्ष 2019-20 के पहले नौ महीने में अडाणी पावर के मुंदड़ा संयंत्र ने अकेले 1.28 करोड़ टन कोयले का आयात किया है। यह एक साल पहले की इसी अवधि की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक है। इससे पहले अप्रैल-दिसंबर 2018-19 में उसने 88.1 लाख टन कोयले का आयात किया था। हालांकि अडाणी के उडुपी संयंत्र का कोयला आयात 47.8 प्रतिशत गिरकर 9.9 लाख टन रह गया। एक साल पहले इसी दौरान उसने 19.1 लाख टन कोयले का आयात किया था। इस दौरान एनटीपीसी का कोयला आयात छह गुना बढ़कर 19 लाख टन रहा, जो कि इसी अवधि में एक साल पहले 3.2 लाख टन रहा था। तमिलनाडु की सरकारी कंपनी तमिलनाडु जेनरेशन एंड डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड का आयात भी 74.8 प्रतिशत बढ़कर 36.9 लाख टन हो गया। वर्ष 2018-19 की अप्रैल-दिसंबर अवधि में यह आंकड़ा 21.1 लाख टन था। आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2019 में कुल 59.5 लाख टन कोयला का आयात किया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने 55.4 लाख टन था।