
50 तेल और गैस क्षेत्रों के लिए ओएनजीसी को मिलीं 28 बोलियां
देश की पब्लिक सेक्टर की प्रतिष्ठित पेट्रोलियम कंपनी ओएनजीसी को 64 छोटे और सीमांत तेल एवं गैस क्षेत्रों में से 50 के लिए बोलियां मिली हैं। इस प्रक्रिया का उद्देश्य निजी कंपनियों को शामिल कर उत्पादन बढ़ाना है। मामले से जुड़े सूत्रों ने कहा कि 17 जनवरी को समाप्त बोली प्रक्रिया में 12 कंपनियों ने 50 क्षेत्रों के लिए 28 बोलियां लगाई हैं। ओएनजीसी ने 64 तेल एवं गैस क्षेत्रों को 17 तटवर्ती अनुबंध क्षेत्र में विभाजित किया था। इन स्थानों पर करीब 30 करोड़ टन तेल तथा तेल के बराबर गैस मौजूद है। सूत्रों ने कहा कि 14 क्लस्टरों (अनुबंध क्षेत्र) के लिए 28 बोलियां मिली हैं, इनमें 50 तेल एवं गैस क्षेत्र शामिल हैं। तीन क्लस्टरों के लिए कोई बोली नहीं मिली है। दुगांता ऑयल एंड गैस प्राइवेट लिमिटेड ने चार बोलियां जमा कीं जबकि उड़ीसा स्टीवडोर्स लिमिटेड, प्रिसर्व इन्फ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और उदयन ऑयल सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड ने तीन-तीन बोलियां जमा की हैं। राजस्व बंटवारे के आधार ठेकेदार (अनुबंधकर्ता) का चयन किया जाएगा। इस अनुबंध की अवधि 15 साल होगी और इसे पांच साल के लिये बढ़ाया जा सकता है। ओएनजीसी ने उत्पादन वृद्धि अनुबंध (पीईसी) के तहत इच्छुक कंपनियों से बोली आमंत्रित की थी। कंपनी नई तकनीकों का इस्तेमाल कर उत्पादन में इजाफा करने पर विचार कर रही है।