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अमेरिका से झींगे की मांग बढ़ी     -आ सकती है सीफूड एक्सपोर्ट में तेजी

अमेरिका से झींगे की मांग बढ़ी     -आ सकती है सीफूड एक्सपोर्ट में तेजी

अमेरिका से झींगे की मांग बढ़ी    
-आ सकती है सीफूड एक्सपोर्ट में तेजी

चेन्नई की वेलकम फिशरीज के एमडी अब्दुल करीम ने बताया, 'अमेरिका से झींगे की मांग बढ़ी है। इस महीने हमें वहां से अधिक ऑर्डर मिल रहे हैं।' क्रिसमस से पहले ओवरसप्लाई के चलते अमेरिका से डिमांड कमजोर थी जिससे एक्सपोर्टर्स को शिपमेंट घटाने पर मजबूर होना पड़ा था। इसके अलावा दाम भी पिछले साल की तुलना में कम चल रहे थे। करीम ने कहा, 'कीमत में अधिक वृद्धि नहीं हुई है, लेकिन जिस दाम पर हम किसानों से खरीदते हैं उसमें मजबूती आई है।' प्रॉन फार्मर्स फेडेरेशन ऑफ इंडिया के जनरल सेक्रेटरी वी बालासुब्रमण्यम ने कहा, 'सभी संकेत उत्पादन में गिरावट की ओर इशारा कर रहे हैं। हैचरीज से सप्लाई में कमी, फीड के अधिक दाम, झीगों में संक्रमण और कम कीमतों से उत्पादन पर असर पड़ा है।' भारत हर साल 46,500 करोड़ रुपये के सीफूड का निर्यात करता है। इसमें अमेरिका 33 फीसदी आयात करता है और वह भारत के लिए सबसे बड़ा आयातक है। 2018-19 में देश में 6.5-7 लाख टन झींगे का उत्पादन हुआ था। इस साल के उत्पादन का अभी आकलन नहीं किया गया है। लेकिन इसमें गिरावट आने का अनुमान है। पिछले साल चीन को सीफूड का रेकॉर्ड एक्सपोर्ट हुआ था। मरीन प्रॉडक्ट्स एक्सपोर्ट डिवेलपमेंट अथॉरिटी के अनुसार नवंबर तक यह बढ़ एक अरब डॉलर पर पहुंच गया था। चीन के न्यू ईयर के लिए अभी सीफूड का एक्सपोर्ट किया जा रहा है और यह फरवरी की शुरुआत तक जारी रहेगा। हालांकि, भारतीय एक्सपोर्टर्स को चीन में कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। चीन ने सीफूड कंसाइमेंट में व्हाइट स्पॉट सिंड्रोम वायरस के लिए निगरानी कड़ी कर दी है। इस कारण से कुछ शिपमेंट को जब्त भी किया गया है। बेबी मरीन इंटरनेशनल के मैनेजिंग डायरेक्टर एलेक्स के नीनन ने कहा, एमपीईडीए इस मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकारी अधिकारियों के साथ बातचीत कर रही है। इसका जल्द समाधान होने की उम्मीद है।' यहां बता दें कि अमेरिका से डिमांड बढ़ने से भारत के सीफूड एक्सपोर्टर्स को फायदा मिल सकता है। भारत से झींगे का अमेरिका सबसे बड़ा खरीदार रहा है, लेकिन पिछले कुछ महीनों उसने इम्पोर्ट घटाया था। इसका कारण ओवरसप्लाई और झींगे की कीमतों में आई गिरावट थी। 2019 में चीन ने अमेरिका के मुकाबले भारत से अधिक झींगे का इम्पोर्ट किया था। 

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