
लोगों को उम्मीद बजट में रेल किराये में नहीं होगी कोई बढ़ोत्तरी
मोदी सरकार 2.0 का दूसरा बजट 1 फरवरी को पेश होने जा रहा है। इस बजट से आम लोगों के साथ ही कारोबारियों को बहुत उम्मीदें है। वहीं मोदी सरकार के आने के बाद रेल बजट आम बजट के साथ मर्ज हो गया है,इसकारण पहले जैसा उत्साह भी लोगों में दिखाई नहीं देता लेकिन लोग इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि बजट में रेल किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। दरअसल, यात्री किराया इसकारण भी बढ़ने की उम्मीद नहीं है, क्योंकि सरकार ने 2020 की शुरुआत में ही किराया बढ़ाकर लोगों को 'जोर का झटका धीरे से' दे दिया। जनरल से एसी क्लास तक का सफर महंगा हो गया। इसके तहत सरकार ने प्रति किलोमीटर 01 से 04 पैसे तक बढ़ोतरी की। लंबी दूरी के यात्रियों पर इसका ज्यादा असर हुआ। माना जा रहा है कि इस बार बजट में रेलवे को मिलने वाली आर्थिक मदद में 10 से 15 फीसदी तक का इजाफा किया जा सकता है। रेलवे में मोदी सरकार निजी निवेश बढ़ाने पर कई कदमों की घोषणा की जा सकती है। बताया जा रहा है कि इस बार रेलवे ने वित्त मंत्रालय से करीब एक लाख करोड़ रुपए की बजटीय राशि मांगी है।
पिछले साल के बजट में रेलवे को 65 हजार 873 करोड़ रुपए की सहायता दी गई थी। इसके साथ ही 50 स्टेशनों को निजी कंपनियों के साथ मिलकर वर्ल्ड क्लास की सुविधाएं बनाने की घोषणा भी की जा सकती है। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि वित्तमंत्री पिछली बार की तुलना में रेलवे की बजट सहायता में वृद्धि कर सकते हैं, जो कि 75000 से 80000 करोड़ तक हो सकती है। रेलवे स्टेशनों पर सफाई व्यवस्था में पहले की तुलना में काफी सुधार हुआ है, लेकिन फिर भी लोगों की अपेक्षा है कि स्टेशन और साफ-सुथरे होने चाहिए।इसकारण वित्तमंत्री सफाई को लेकर भी बड़ा ऐलान कर सकती हैं