
कोरोना इफेक्ट-30 दिन में चीन के डूबे 30 लाख करोड़, 30 साल के निचले स्तर पर अर्थव्यवस्था
चीन में कोरोना वायरस का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना से चीन में अबतक 361 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 17 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हुए हैं। चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण अब दुनिया के 22 से भी ज्यादा देशों में फैल चुका है। इसकी वजह से चीन की अर्थव्यवस्था को गहरा झटका लगा है।
कंपनियों को 2019 में 4 साल में सबसे कम मुनाफा हुआ है। जानकारों के मुताबिक अमेरिकी से ट्रेड वॉर के चलते चीनी फैक्ट्रियों को करारा झटका लगा है। 30 साल में सबसे कमजोर आर्थिक दौर से गुजर रहे चीन में अब औद्योगिक कंपनियों के मुनाफे में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है। कंपनियों को 2019 में 4 साल में सबसे कम मुनाफा हुआ है। जानकारों के मुताबिक अमेरिकी से ट्रेड वॉर के चलते चीनी फैक्ट्रियों को करारा झटका लगा है। साथ ही, पिछले 30 दिन के दौरान चीन के शेयर बाजार में निवेशकों के 30 लाख करोड़ रुपए (42,000 करोड़ डॉलर) डूब चुके हैं।
नए साल की शुरुआत से ही चीन के शेयर बाजार में भारी गिरावट का दौरा जारी हैं। इस दौरान शेयर बाजार 9 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गए हैं। वहीं, निवेशकों के करीब 30 लाख करोड़ रुपये इस दौरान डूब चुके हैं। वहीं, चीन की करेंसी युआन साल 2020 में अब तक 1.2 फीसदी कमजोर हो गई हैं। आईएनजी बैंक के अर्थशास्त्री आइरिस पैंग का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। साथ ही, बिजनेस एक्टिविटी में गिरावट आई है। इसी वजह से शेयर बाजार में तेज बिकवाली हो रही हैं।
चीन सरकार की ओर से मार्केट में कैश बढ़ाकर और लोन में इजाफा कर मांग को बढ़ाने के प्रयास किए जा सकते हैं। लेकिन कोरोना वायरस के चलते कम से कम 2020 की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुधार की कम ही उम्मीद है। चीन में औद्योगिक मुनाफा 3.3 फीसदी गिरकर 897 अरब डॉलर पर आ गया हैं। यह 2015 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है। तब चीनी कंपनियों के मुनाफे में 2.3 फीसदी की कमी आई थी। आपको बता दें कि यह आंकड़े दिसंबर 2019 तक के ही हैं। ऐसे में जनवरी में सामने आई कोरोना वायरस जैसी महामारी के चलते स्थिति और खराब हो सकती है। अर्थव्यवस्था के जानकारों का मानना है कि 2020 की पहली छमाही में चीन को बेहद खराब ग्रोथ का सामना करना पड़ सकता है।