
निर्भया मामला- गुनहगारों को अलग-अलग फांसी पर शीर्ष कोर्ट 14 फरवरी कल 2 बजे करेगा सुनवाई
देश की राजधानी दिल्ली में हुए वीभत्स निर्भया गैंगरेप मामले के चारों गुनहगारों को अलग-अलग फांसी देने के मामले में केंद्र सरकार की याचिका पर सर्वोच्च अदालत में कल शुक्रवार दोपहर दो बजे सुनवाई करेगा। वहीं दोषी विनय शर्मा की याचिका पर इस वक्त सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी है। विनय शर्मा की तरफ से राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज किए जाने के मामले वकील एपी सिंह कोर्ट में दलील दे रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने निर्भया के दूसरे दोषी पवन की तरफ से बहस करने के लिए पूर्व जज और वरिष्ठ वकील अंजना प्रकाश को एमिकस नियुक्त किया। निर्भया के दोषियों को अलग-अलग फांसी के लिए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी। दरअसल कुछ दिन पहले निर्भया के दोषियों को अलग-अलग फांसी देने की केंद्र सरकार की मांग को दिल्ली कोर्ट ने ठुकरा दिया था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज की सुनवाई रद्द कर दी है और 14 फरवरी को दोपहर 2 बजे इस मामले में दोबारा सुनवाई होगी। निर्भया मामले में सुप्रीम कोर्ट में तीन जजों की बेंच जस्टिस आर भानुमती, अशोक भूषण और एएस बोपन्ना सुनवाई की। सुप्रीम कोर्ट अब 14 फरवरी को करेगा सुनवाई। केंद्र सरकार की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार दोपहर 2 बजे सुनवाई करेगा। इससे पहले निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले में चारों दोषियों के खिलाफ नया डेथ वॉरंट जारी करने के लिए पीड़िता के माता-पिता और दिल्ली सरकार ने निचली कोर्ट का रुख किया था। बुधवार को इस मामले में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट में बेटी की इंसाफ दिलाने के लिए निर्भया की मां फूट-फूटकर रो पड़ी थीं। कोर्ट से बाहर आकर निर्भया की मां ने कहा था कि जज दोषियों को फांसी देने की तारीख तय नहीं करना चाहते और उन्हें समर्थन दे रहे हैं।