
मार्च में कम हो सकते हैं प्याज के दाम
राजधानी के आसपास के जिलों से भी होगी आवक
पिछले साल सितंबर महीने से आसमान पर चढे प्याज के दाम अभी तक जमीन पर नहीं आए हैं। प्रदेश में 100 से लेकर 120 रुपए प्रतिकिलो बिका अच्छा प्याज अब भी 40 रुपए किलो से कम नहीं हुआ है। जानकारों की माने तो पिछले साल अक्टूबर-नवंबर महीने तक हुई बारिश के कारण स्टॉक में रखी प्याज सड़ने व महाराष्ट्र में बेमौसम बारिश होने से नवंबर में नासिक से नया प्याज नहीं आ पाया। इसी वजह से प्याज के दामों में आग लगी रही। हालत ऐसे है कि आज भी एक नंबर का अच्छा प्याज 40 रुपये से कम नहीं हो रहा है। इससे आम लोगों को फुटकर में महंगा प्याज खरीदना पड़ रह है। फरवरी-2019 में 10 से 15 रुपये प्रति किलो फुटकर में मिलने वाला प्याज फरवरी-2020 में 40 रुपये किलो के हिसाब से खरीदना पड़ा रहा है। प्याज के थोक विक्रेताओं के मुताबिक महंगे प्याज से निजात दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने तुर्की, इजराइल व आफगास्तिान से प्याज आयात की। इससे शहर की करोंद सब्जी मंडी में प्याज की आवक बढ़ी और जनवरी से प्याज के दाम 60 प्रतिशत तक कम हो गए और अच्छा प्याज 40 रुपए प्रति किलो लोगों को मिलने लगा।
अब इससे कम प्याज कम नहीं हो रहा है, क्योंकि अभी भोपाल, सीहोर, होशंगाबाद, विदिशा सहित आसपास के जिलों से नई प्याज का आना शुरू नहीं हुआ है। मार्च-अप्रैल में नई प्याज की आवक शुरू होने से अच्छे प्याज के दाम 10 से 15 रुपए प्रति किलो तक आने की उम्मीद है। राजधानी की करोंद मंडी के थोक सब्जी विक्रेता मोहम्मद सलीम का कहना है कि वर्तमान में नासिक, मालेगांव, देवास, इंदौर से प्याज आ रहा है। अगले महीने से भोपाल व आसपास के जिलों से नया प्याज आएगा। इससे लोगों को 10 से 15 रुपये प्रति किलो अच्छा एक नंबर का प्याज मिलने लगेगा। वहीं बिटटन मार्केट हाट बाजार समिति के अध्यक्ष हरिओम खटीक का कहना है कि शहर में लगने वाले हाट बाजारों में अक्टूबर व नवंबर की अपेक्ष सस्ता प्याज हुआ है। मार्च व अप्रैल में स्थानीय प्याज आने से 20 रुपए फुटकर में प्याज मिलने लगेगा।