कोविड-19 महामारी की वजह से देश में सीमेंट मांग में चालू वित्त वर्ष के दौरान 20- 25 प्रतिशत तक गिरावट आ सकती है। उद्योग जगत का कहना है कि यदि मई तक इस महामारी पर नियंत्रण नहीं हुआ और निर्माण गतिविधियां वर्ष की दूसरी तिमाही तक ही शुरू हो पाईं, तो सीमेंट खपत में भारी गिरावट आने की आशंका है।
लॉकडाऊन के बावजूद कोविड -19 संक्रमित मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है और इसका आंकड़ा 4,000 अंक से आगे निकल गया है, जबकि मरने वालों की संख्या 100 को पार कर गई है। क्रिसिल ने कहा है कि यदि भारत मई तक महामारी को नियंत्रित करने में असमर्थ रहता है, तो भारत में सीमेंट की मांग इस वित्त वर्ष में अभूतपूर्व रूप से 20-25 प्रतिशत तक घट सकती है। इस महामारी के कारण जून तक भी सामाजिक दूरी रखने के उपायों को जारी रखना पड़ सकता है और निर्माण गतिविधि केवल वित्तवर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में ही शुरू हो सकती हैं। हालांकि, क्रिसिल ने माना कि अगर अप्रैल के अंत तक लॉकडाउन और अन्य सामाजिक दूरी बनाए रखने के उपाय जारी रहते हैं और मध्य मई से निर्माण गतिविधि फिर से शुरू हो जाती हैं तो वित्तवर्ष के दौरान मांग में गिरावट 10-15 प्रतिशत तक ही रह सकती है। एजेंसी ने आगे कहा है कि धीमी मांग रहने के बावजूद, सीमेंट उद्योग ने वित्त वर्ष 2019- 20 में 25 रुपये प्रति बैग की मूल्य वृद्धि हासिल की हे।
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कोरोना के प्रभाव में 20-25 प्रतिशत तक घट सकती है सीमेंट की मांग : क्रिसिल