मुंबई । वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अर्थव्यवस्था को उबारने में बैंकों की भूमिका उत्प्ररेक की होगी। उन्होंने कहा, ‘‘इस माहौल में अर्थव्यवस्था को उबारने में उत्प्ररेक की भूमिका में बैंक हैं। वे अपने ग्राहक की हर नब्ज पहचानते हैं।'' वित्त मंत्री सीतारमण ‘सरकारी बैकों की मिली जुली पहल पीएसबी एलायंस-डोरस्टेप बैंकिंग सर्विसेस के उद्घाटन पर बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि बैंकों को अपने मूल काम पर आत्ममंथन करने और कल्याण पर ध्यान देने की जरूरत है।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘‘आपको (बैंकों को) अपना मूल काम नहीं भूलना चाहिए, जो लोगों को ऋण देना और उससे पैसा कमाना है।यह पूर्णतया कानून सम्मत है। यह आपको करना चाहिए और साथ ही सरकारी बैंक होने के नाते आपको कुछ काम कल्याण का भी करना चाहिए जो सरकार की घोषणाओं से जुड़ा हो।'' निर्मला सीतारमण ने कहा कि निजी क्षेत्र के बैंकों की भी जिम्मेदारी है कि वे सरकारी योजनाओं को लागू करें। उन्होंने कहा कि बैंकों द्वारा लागू की जाने वाली सरकारी योजनाओं की पूरी जानकारी बैंक कर्मचारियों को होनी चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘यह आपका कर्तव्य है कि आपको योजनाओं की जानकारी हो।सरकार आप लोगों के माध्यम से यह लाभ ग्राहकों तक पहुंचाती है। मैं इस बात को लेकर निश्चिंत होना चाहती हूं कि बैंक कर्मचारियों के पास बैंकों द्वारा लागू की जाने वाली सरकारी योजनाओं की कुछ तो जानकारी होण्'' यह जागरुकता अधिक ग्राहकों को बैंक की ओर आकर्षित करेगी जो उस सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं।
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अर्थव्यवस्था को उबारने में बैंकों की भूमिका उत्प्ररेक की होगी - सीतारमण