YUV News Logo
YuvNews
Open in the YuvNews app
OPEN

फ़्लैश न्यूज़

रीजनल नार्थ

सरकार के आदेशों की अवहेलना कर छात्रों को ऑनलाइन क्लास देने से मना कर रहे प्राइवेट स्कूल

सरकार के आदेशों की अवहेलना कर छात्रों को ऑनलाइन क्लास देने से मना कर रहे प्राइवेट स्कूल

नई दिल्ली । दिल्ली सरकार द्वारा बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद राजधानी के कई प्राइवेट स्कूलों ने कोरोना लॉकडाउन के बीच फीस का भुगतान नहीं करने वाले छात्रों को ऑनलाइन क्लास देने से माना कर रहे हैं। कुछ स्कूलों ने तो पहले से ही ऑनलाइन क्लासेस से छात्रों के नाम हटा दिए हैं जबकि कुछ नोटिस जारी कर चेतावनी दी है कि यदि फीस नहीं दी तो बच्चों को ऑनलाइन क्लास नहीं दी जाएगी। दिल्ली के कई सारे अभिभावकों ने शिकायत की है। शिक्षा निदेशालय ने बीते 30 अगस्त को दिल्ली के सभी निजी स्कूलों को निर्देश दिया था कि वे उन छात्रों को ऑनलाइन कक्षाओं में प्रवेश से मना न करें जिनके माता-पिता कुछ कारण वस लॉकडाउन के दौरान फीस का भुगतान करने में असमर्थ थे। आदेश में कहा गया था कि स्कूल के प्रिंसिपल किसी भी स्थिति में उन छात्रों अभिभावकों को आईडी और पासवर्ड से वंचित नहीं करेंगे जो वित्तीय संकट के कारण स्कूल की फीस का भुगतान करने में असमर्थ हैं। यह आदेश 18 अप्रैल को जारी किए गए एक अन्य समान के क्रम में था। दिल्ली सरकार के शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह आदेश स्पष्ट रूप से कहता है कि किसी भी मामले में स्कूल छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा देने से मना नहीं कर सकता है। अगर स्कूल ऐसा कर रहे हैं तो अभिभावक विभाग को शिकायत कर सकते हैं। आदेशों के बावजूद, दिल्ली पब्लिक स्कूल मथुरा रोड पर स्थित के कई छात्रों के माता-पिता ने आरोप लगाया कि स्कूल ने सोमवार को कुछ छात्रों के नाम ऑनलाइन कक्षाओं से हटा दिए। इसी स्कूली की कक्षा 3 के एक छात्र के पिता ने कहा कि वह इस शैक्षणिक सत्र की फीस जमा नहीं कर सका क्योंकि मार्च से उनके पास काम नहीं है। उन्होंने बताया कि वह स्कूल को सूचित कर रहे हैं कि लॉकडाउन के कारण काम खत्म होने के बाद वह अपने काम को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने उनसे वादा किया था कि वह अक्टूबर तक सभी बकाया जमा कर देंगे लेकिन फिर भी उनके बच्चे का नाम ऑनलाइन क्लास से हटा दिया गया। इस छात्र के पिता चांदनी चौक में एक कपड़े की दुकान चलाते हैं। स्कूल की प्रिंसिपल दीखेसा खेरा ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। स्कूल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि केवल उन छात्रों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं बंद कर दी गई हैं जिन्होंने इस शैक्षणिक सत्र में कुछ भी भुगतान नहीं किया है। माता-पिता को कम से कम एक या दो महीने के लिए फीस जमा करनी चाहिए। कुछ जवाबदेही होनी चाहिए। 
 

Related Posts