
नई दिल्ली । दिल्लीवालों के लिए राहत की खबर है। राजधानी दिल्ली में अगले 2 दिन में वायु गुणवत्ता में काफी सुधार होने की संभावना है। केन्द्र सरकार की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी प्रणाली 'सफर' के अनुसार, दिल्ली की हवा में पीएम 2.5 के संकेंद्रण में पराली जलाने की हिस्सेदारी शुक्रवार को 19 प्रतिशत रही। पड़ोसी राज्यों में खेतों में आग लगने की मामले बुधवार को 2,912 थे जो गुरुवारा को घटकर 1,143 हो गए। दिल्ली के समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) में मामूली सुधार हुआ है और यह 'बेहद खराब' की श्रेणी के नजदीक बना हुआ है। वायु की गति बढ़ने और इससे वायु गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।
1 नवंबर तक काफी सुधार होने का अनुमान है और वायु गुणवत्ता के 'खराब' की श्रेणी में आने की उम्मीद है। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शुक्रवार की सुबह 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। दिल्ली में सुबह साढ़े नौ बजे एक्यूआई 380 दर्ज किया गया। गुरुवार को 24 घंटे का औसत एक्यूआई 395 रहा। यह बुधवार को 297, मंगलवार को 312, सोमवार को 353 और रविवार को 349 था। शादीपुर (417), पटपड़गंज (406), बवाना (447) और मुंडका (427) समेत कई निगरानी स्टेशनों पर एक्यूआई 'गंभीर' श्रेणी में दर्ज किया गया। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी वायु गुणवत्ता खराब रही। गौतमबुद्ध नगर में एक्यूआई 386, फरीदाबाद में एक्यूआई 346, गाजियाबाद में एक्यूआई 378, इंदिरापुरम में 384, बल्लभगढ़ में 348, मेरठ में 300, बागपत में 378, बहादुरगढ़ में 348, गुरुग्राम में 372 और भिवानी में एक्यूआई 332 दर्ज किया गया है।