
नई दिल्ली । बारिश और तेज हवाओं के चलते दिल्ली को मिली प्रदूषण से राहत केवल दो दिन ही टिकती नजर आ रही है। हवा की दिशा में बदलाव के साथ ही प्रदूषण का जहर एक बार फिर से बढ़ने लगा है। गुरुवार को दिल्ली के 11 निगरानी केन्द्रों की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंच गई। दिल्ली के लिए पिछले डेढ़ महीने बेहद खराब बीते हैं। पश्चिमी विक्षोभ के चलते हल्की बारिश और तेज हवाओं के चलते सिर्फ दो दिन ही थोड़ी राहत मिली। हवा की दिशा बदलने के साथ ही दिल्ली की हवा में एक बार फिर से प्रदूषण बढ़ने लगा है। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 211 के अंक पर था। यह 283 के अंक पर पहुंच गया। चौबीस घंटे के भीतर इसमें 76 अंकों की बढ़ोतरी हुई। दिल्ली के 38 में से 11 निगरानी केन्द्रों की हवा गुरुवार को 300 सूचकांक के पार यानि बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चुकी थी। केन्द्र द्वारा संचालित संस्था सफर का अनुमान है कि अगले दो दिनों के बीच हवा की गुणवत्ता और खराब होने की संभावना है। दिल्ली की हवा उत्तर पश्चिमी दिशा से होने लगी है। यह हवा पंजाब और हरियाणा में जलने वाली पराली का धुआं लेकर आ रही है। इसके चलते प्रदूषण बढ़ रहा है।