
नई दिल्ली । उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि आज के दौर में रोजगार के अवसर बढ़ाना पूरी दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा चर्चा दो बातों पर हो रही है। पहली बात यह कि कोरोना का वैक्सीन कब आएगा। दूसरी बात यह कि लोगों को रोजगार कैसे मिलेगा। सिसोदिया ने कहा कि कोरोना वैक्सीन की तरह युवाओं के लिए रोजगार का उपाय करना भी जरूरी है। इसके लिए दिल्ली सरकार लगातार गंभीर कदम उठा रही है। सिसोदिया ने दिल्ली सचिवालय में वीरवार को यूनिसेफ के साथ एमओयू हस्ताक्षर के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी हमारी दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति का परिणाम है क्योंकि हम युवाओं को अपनी उत्पादक क्षमता का सर्वोत्तम उपयोग करते हुए देश और समाज की सेवा के पर्याप्त अवसर देना चाहते हैं। डायलाग एंड डवलपमेंट कमीशन आफ दिल्ली ने वीरवार को यूनिसेफ के साथ एमओयू किया। इस पर डीडीसी दिल्ली के उपाध्यक्ष जेस्मिन शाह तथा यूनिसेफ इंडिया के प्रतिनिधि डॉ यास्मीन अली हक ने हस्ताक्षर किया। इस एमओयू के तहत यूनिसेफ की ‘युवा‘ पहल के माध्यम से दिल्ली सरकार के ‘रोजगार बाजार पोर्टल‘ को अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि जुलाई 2020 में इसे प्रारंभ किया गया था। इसमें बेहतर सर्च इंजन के माध्यम से युवाओं तथा उद्यमियों को अधिक सुविधा प्रदान करने के लिए पोर्टल को और प्रभावी बनाया जाएगा। डीडीसी, दिल्ली के उपाध्यक्ष जेस्मिन शाह ने कहा कि ‘युवा‘ के साथ यह साझेदारी दिल्ली सरकार के लिए एक अच्छा अवसर है। इससे हमें रोजगार संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए टिकाऊ और नौजवान केंद्रित समाधान बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इतनी अल्प अवधि में रोजगार पोर्टल पर अब तब लगभग 13 लाख युवाओं ने पंजीयन कराया है और लगभग आठ लाख रोजगार के अवसरों की भी इंट्री हुई है। भारत में यूनिसेफ प्रतिनिधि डॉ यास्मीन अली हक ने कहा कि भारत में नौजवानों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। इन नौजवानों को उचित अवसर प्रदान करके भारत आने वाले दशकों में अपना आर्थिक और सामाजिक विकास कर सकता है। रोजगार बाजार पोर्टल पर इस साझेदारी से दिल्ली के युवाओं को अवसर दिलाने की दिशा में सरकार के प्रयासों को मजबूती मिलेगी।