
नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना और लॉकडाउन की के दौर से निकलकर भारत की ग्रोथ अपनी गति पकड़ चुकी है। दूसरी तिमाही में जीडीपी माइनस 7.5 प्रतिशत पर आ गई है। मैन्युफैक्चरिंग ने कमाल दिखाया है। साल दर साल के हिसाब से दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ प्वाइंट 6 प्रतिशत की रफ्तार से बढ़ी है। ज्यादातर सेक्टरों ने भी बाउंसबैक किया है।
नोमुरा ने जीडीपी पर राय देते हुए कहा है कि वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी अनुमान-10.8 प्रतिशत से बढ़ाकर-8.2 प्रतिशत रह सकता है। आरबीआई की पॉलिसी में बड़े बदलाव का अनुमान नहीं है। वहीं तिमाही आधार पर जीडीपी में अनुमान से बेहतर ग्रोथ देखने को मिली है और एग्री और इंडस्ट्रियल में ग्रोथ बेहतर रही है। हालांकि सर्विस सेक्टर में ग्रोथ अनुमान से कम रही है। मोर्गेन स्टेनली ने जीडीपी पर राय देते हुए कहा है कि इसमें साइक्लिकल रिकवरी रहने का अनुमान है। वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी 5.7 प्रतिशत घटने का अनुमान है। वहीं तीसरी तिमाही में पॉजिटिव ग्रोथ रहने का अनुमान है। कोटक इस्टेल ईक्यू ने जीडीपी पर राय देते हुए कहा है अनलॉक से जीडीपी ग्रोथ में अनुमान से कम गिरावट रही है। वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी अनुमान-11.5 प्रतिशत से बढ़ाकर -8.6 प्रतिशत किया है। वहीं रिकवरी में धीमापन रहने का अनुमान है और तीसरी तिमाही और चौथी तिमाही में ग्रोथ निगेटिव रहने का अनुमान है।