
नई दिल्ली । एप्पल ने इस आईफोन 12 सीरीज के लांच के साथ ही बेहद अजीब फैसला किया है। इसके तहत कंपनी ने कार्बन एमिशन कम करने का हवाला देकर बॉक्स में चार्जर और इयरफोन न देने का फैसला किया। लेकिन कंपनी अलग से चार्जर बेच रही है और चार्जर के साथ इतने पेपर्स (मैनुअल) होते हैं, जिन्हें देखकर लगता है, एप्पल द्वार चार्जर न दिए जाने का फैसला महज पैसा कमाना है। अगर सच में एप्पल ने सिर्फ पर्यावरण बचाने के मकसद से ऐसा किया था तब इस बचाने के कई और तरीक़े हैं। कंपनी अगर अलग से चार्जर बेचती है,तब कम से कम पेड़ों को बचाने के लिए इतने सारे काग़ज़ के मैनुअल नहीं ही देती। अगल से खरीदे गए चार्जर में कई पन्नों का मैनुअल होता है जो कागज का बना होता है।
बहरहाल, खबर ये है कि ब्राज़ील ने एप्प्ल से कहा है कि वहाँ को कस्टमर्स को बॉक्स में चार्जर भी दे। हालाँकि फ़्रांस में भी वहाँ के लोकल क़ानून का पालन करने के लिए एप्पल को आईफोन के साथ बॉक्स में इयरफोन देना पड़ता है, अब ब्राजील में भी देना होगा। ब्राज़ील की तरफ से कंपनी को ये आदेश दिया गया है कि वहाँ के कस्टमर्स को कंपनी आइफोन के साथ बॉक्स में चार्जर भी उपलब्ध कराए। ब्राज़ील के साओ पोलो स्टेट ने एप्पल को आदेश दिया है कि आईफोन के बॉक्स में पावर ब्रिक शामिल करे। फ़िलहाल कंपनी बॉक्स में सिर्फ़ केबल ही दे रही है। आदेश के बाद अब ऐपल को न सिर्फ आईफोन 12 सीरीज़, बल्कि आईफोन के दूसरे नए और पुराने मॉडल्स में भी चार्जर देना होगा।