
नई दिल्ली । स्वदेशी कंपनी टाटा मोटर्स की ओर से अब अपनी कारों और एसयूवीएस की डिलिवरी एक खास सेटअप 'सेफ्टी बबल्स' में की जा रही है। इस बारे में कंपनी का कहना है कि यह वायरस और बैक्टीरिया से कार को बचाने के लिए एक शील्ड की तरह काम करता है। कंपनी लंबे सैनिटाइजेशन प्रोसेस के बाद अपने कस्टमर्स को वीइकल्स डिलिवर कर रही है और इसकी वजह कोरोना वायरस महामारी है।
सेफ्टी बबल दरअसल एक बड़ा प्लास्टिक का बबल है, जिसका बड़ा हिस्सा ट्रांसपैरेंट होता है और यह कार के चारों ओर एक वॉल बना देता है। सेफ्टी बबल को कंपनी के 'सैनिटाइज्ड बाई टाटा' इनिशिएटिव के साथ अगस्त, 2020 में इंट्रोड्यूस किया गया था। इसकी मदद से कार या एसयूवी की डिलिवरी कस्टमर को मिलने से पहले वीइकल को सैनिटाइजेशन के बाद फिजिकल कॉन्टैक्ट से भी दूर रखा जाता है।आने वाले दिनों में और भी टाटा डीलरशिप्स पर यह सेफ्टी बबल कस्टमर्स को दिखेगा। कंपनी अपने बायर्स को भरोसा दिलाना चाहती है कि उनको डिलीवर की जाने वाली कार या एसयूवी पूरी तरह सेफ है। कोविड-19 लॉकडाउन का असर ऑटोमेकर के बिजनस पर पड़ा है। इस साल कंपनी सेवन-सीटर ग्रेवीटास एसयूवी भी लॉन्च करने वाली थी, लेकिन कोरोना वायरस लॉकडाउन के चलते हुई देरी के बाद यह लॉन्च अगले साल के लिए टाल दिया गया है।
अगले साल अल्ट्राज टर्बो-पेट्रोल और नई एचबीएक्स माइक्रो-एसयूवी भी आ सकती हैं। साल 2020 की पहली तिमाही टाटा मोटर्स के लिए काफी बिजी रही और इस दौरान नए बीएस6 नियमों के साथ कंपनी ने अपने पूरे लाइन-अप को अपग्रेड किया और टियागो, टीगोर और नेक्सन जैसी कारों के फेसलिफ्ट भी लॉन्च किए। टाटा इसी साल नई अल्ट्राज और नेक्सन ईवी भी लेकर आया है।