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 डीजीपी सुबोध जायसवाल के केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर जाने से उठ रहे सवाल  - हेमंत नागराले होंगे अगले डीजीपी 

 डीजीपी सुबोध जायसवाल के केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर जाने से उठ रहे सवाल  - हेमंत नागराले होंगे अगले डीजीपी 

मुंबई, । महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) सुबोध जायसवाल ने महाराष्ट्र पुलिस बल का नेतृत्व करने के बजाय केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर जाना पसंद किया। उनकी नियुक्ति केंद्रीय औधोगिक सुरक्षा बल (सीआईएसफ) महानिदेशक के पद पर की गई है. उधर महाराष्ट्र के अगले पुलिस महानिदेशक के पद पर हेमंत नागराले की ताजपोशी होने की खबर है. इस बीच सुबोध जायसवाल के केंद्र सरकार की प्रतिनियुक्ति पर जाने के फैसले ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। यह सवाल भी उठने लगा है कि क्या इस तरह से उनकी प्रतिनियुक्ति पुलिस बल के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं डालेगी। उधर विपक्ष ने सरकार के कामकाज और पुलिस बल में राजनीतिक हस्तक्षेप को लेकर गृह विभाग और राज्य सरकार पर हमला किया है। इसमें कोई संदेह नहीं कि विपक्ष को बैठे बिठाये एक नया मुद्दा मिल गया है और सुबोध जायसवाल की प्रतिनियुक्ति के मुद्दे पर अब कुछ दिनों तक राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप लगाए जाते रहेंगे।
- फरवरी 2019 में संभाला था कार्यभार 
सुबोध जायसवाल ने फरवरी 2019 में राज्य के पुलिस महानिदेशक का पदभार संभाला था और उनको 2022 तक इस पद पर बने रहना था। इसलिए, वह पिछले कई दशकों में पुलिस महानिदेशक के रूप में साढ़े तीन साल का कार्यकाल पाने वाले पहले पुलिस महानिदेशक थे। उन्होंने राज्य के पुलिस महानिदेशक के रूप में अपने लंबे कार्यकाल का उपयोग शुरू कर दिया था। उनकी योजना आने वाले वर्षों में राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पर सकारात्मक प्रभाव डालने की संभावना थी। 1985 बैच के आईपीएस अधिकारी सुबोध जायसवाल ने 90 के दशक में तीन साल तक गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्य किया। उस समय नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली में पुलिसिंग और नक्सल विरोधी अभियानों के अपने अनुभव से, उन्होंने 2019 में पुलिस महानिदेशक का पद संभाला और अपने अनुभव और नेटवर्क के माध्यम से, उन्होंने गढ़चिरौली के संदर्भ में योजना बनाना शुरू कर दिया। पिछले कुछ महीनों में गढ़चिरौली में नक्सल गतिविधियों में कमी के कारण, गढ़चिरौली और गोंदिया के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लोकसभा और विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गए। जायसवाल की योजना अच्छे परिणाम दिखा रही थी। अब जब जायसवाल अचानक केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं, पुलिस विभाग में अब चर्चा चल रही है कि गढ़चिरौली के लिए उनकी योजना का क्या होगा ?
संजय/संतोष- ८.३०/३१ दिसंबर/२०२०/ईएमएस
 

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