
मुंबई । देश की प्रमुख कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी दुनिया के अमीरों के सूची में 13वें नंबर पर आ गए हैं। एशिया में उनसे सबसे बड़े रईस की कुर्सी छिन चुकी है और अब उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की भारत में बादशाहत को भी खतरा हो सकता है। हाल के दिनों में उसका मार्केट कैप तेजी से घटा है जबकि देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण तेजी से बढ़ा है। जिस तरह से टीसीएस के शेयर में तेजी आ रही है, उससे कंपनी कुछ ही दिनों में रिलायंस को पछाड़कर देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बन सकती है। अभी रिलायंस का मार्केट कैप 1245869.56 करोड़ रुपए है जबकि टीसीएस का मार्केट कैप 1170875.36 करोड़ रुपए है। यानी टीसीएस का मार्केट कैप रिलांयस से केवल करीब 75 हजार करोड़ रुपए कम रह गया है। इससे पहले रिलायंस का मार्केट कैप 16 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया था लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आई है। दूसरी ओर टीसीएस के शेयरों में हाल में काफी तेजी आई है और यह अपने ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया था। अभी यह उससे कुछ ही नीचे है।
बीते 28 दिसंबर को टीसीएस का मार्केट कैप पहली बार बढ़कर 11 लाख करोड़ के पार चला गया था। टीसीएस 11 लाख मार्केट कैप क्लब में शामिल होने वाली दूसरी कंपनी थी। इसके पहले रिलायंस इंडस्ट्रीज को ही यह मुकाम हासिल हुआ है। इसके पहले टीसीएस 5 अक्टूबर 2020 को ही 10 लाख करोड़ मार्केट कैप क्लब में शामिल हुई थी। उस दौरान शेयर में 6 फीसदी से ज्यादा तेजी आई थी और यह 2679 रुपए के भाव पर पहुंच गया था। जानकारी के मुताबिक अंबानी के नेटवर्थ इस समय 73.4 अरब डॉलर है जबकि पिछले साल उनकी नेटवर्थ 90 अरब डॉलर (6.62 लाख करोड़ रुपए) पहुंच गई थी। अगस्त 2020 में वह दुनिया को अमीरों की सूची में चौथे नंबर पर पहुंच गए थे, लेकिन रिलायंस के शेयरों में हाल में आई गिरावट से उनकी नेटवर्थ में गिरावट आई है।
रिलायंस ने पिछले साल फ्यूचर ग्रुप के रीटेल और होलसेल बिजनस को खरीदने की घोषणा की थी। तब कंपनी का शेयर 2369.35 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था। कंपनी का बाजार पूंजीकरण भी 16 लाख रुपए को पार गया था। पिछले तीन महीनों में रिलायंस का शेयर करीब 14 फीसदी गिर चुका है। अभी इसकी कीमत 1933.05 रुपए है। अभी रिलायंस का मार्केट कैप 1245869.56 करोड़ रुपए है। मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी के लिए एक बेहद महत्वाकांक्षी सपना देखा है। यह सपना है रिलांयस को दुनिया की अग्रणी टेक कंपनी बनाने का। अपने इस सपने में उन्होंने फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों को भी भागीदार बनाया है। 2020 में मुकेश अंबानी ने अपना अधिकांश समय फेसबुक और गूगल जैसी कंपनियों को अपना सपना बेचने में बिताया। अब 27 अरब डॉलर की फ्रेश कैपिटल के साथ उन पर सपने को हकीकत में बदलने का दबाव है।