
नई दिल्ली । पिछले कुछ महीनों से रिकॉर्ड कीमत पर बिक रहे खाने वाले तेलों की कीमतों में जल्द राहत मिल सकती है। पाम और सोयाबीन की कीमतों में गिरावट के आसार हैं। हालांकि, खुदरा में इसका असर आने में एक महीने से अधिक का वक्त लग सकता है। पाम ऑयल से लेकर मूंगफली, सरसों, सोयाबीन सभी खाने वाले तेलों के दाम पिछले कुछ महीनों में रिकार्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे। अकेले दिसंबर महीने में इनकी कीमतों में 20 फीसदी की उछाल देखी गई। हालांकि, नए साल की शुरुआत के साथ हुए घटनाक्रमों ने इनकी कीमत पर अंकुश लगा दिया और अब इसमें गिरावट की उम्मीद की जा रही है। खाने वाले तेलों में पाम तेल सबसे सस्ता होता है और इसका इस्तेमाल भी अन्य के मुकाबले अधिक है। पाम ऑयल के वैश्विक उत्पादन में इंडोनेशिया और मलेशिया की 85 फीसदी हिस्सेदारी है। विशेषज्ञों के मुताबिक, पिछले साल मई के बाद पाम तेल की कीमतों में तेजी आनी शुरू हुई थी। पाम तेल के महंगे होने से सूरजमुखी, सरसों, मूंगफली समेत सभी खाने वाले तेलों की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।