
नई दिल्ली । 15 जनवरी, को स्टार्टअप इंडिया अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “प्रारम्भ” के पहले दिन वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत आने वाले उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) ने 10 पीएम (आईएसटी), 8.30 एएम (पीएसटी, 16 जनवरी), 12.30 एएम (एसजीटी, 16 जनवरी) और 1.30 एएम (जेएसटी) पर वैश्विक कोषों के साथ एक गोलमेज बैठक का आयोजन किया। इस गोलमेज बैठक में अमेरिका, जापान, कोरिया, सिंगापुर के लगभग 70 वेंचर कैपिटल (वीसी) कोष निवेशकों और भारत के कुछ वैश्विक कोषों ने भाग लिया। इन कोषों की भारतीय क्षेत्र में एयूएम लगभग 41 अरब डॉलर और वैश्विक एयूएम 143 अरब डॉलर से ज्यादा है। इस बैठक की अध्यक्षता वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने की और इसमें वैश्विक वीसी कोषों के साथ-साथ डीपीआईआईटी सचिव डॉ. गुरुप्रसाद महापात्रा, डीपीआईआईटी में संयुक्त सचिव अनिल अग्रवाल और बड़े भारतीय नियामकों, नीति निर्माताओं ने भाग लिया। इस गोलमेज बैठक का उद्देश्य वैश्विक कोषों की चिंताओं को सुनना, वर्तमान भारतीय स्टार्टअप-वीसी इकोसिस्टम की प्रगति रिपोर्ट साझा करना और भारतीय नवाचारों में वैश्विक पूंजी जुटाने के उद्देश्य से भारत में निवेश के लिए आगे आने पर चर्चा करना तथा वैश्विक उपक्रम कोषों के लिए कारोबारी सुगमता का प्रोत्साहन देना था। गोलमेज चर्चा में भारतीय स्टार्टअप्स के विकास की संभावनाओं, गिफ्ट सिटी में अवसर और वीसी-स्टार्टअप इकोसिस्टम का व्यापक अवलोकन जैसे विषयों को शामिल किया गया। इस सत्र में भारत सरकार से समाधानहासिल करने के लिए प्रमुख नियामकीय मुद्दों को भी रखा गया। बैठक में इस ओर संकेत किया गया कि भारत दुनिया का तीसरा बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है और पिछले एक दशक के दौरान इस इकोसिस्टम में नाटकीय बदलाव देखने को मिला है।