
नई दिल्ली । देश के प्रमुख दवा कंपनी सन फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्रीज अमेरिकी बाजार से टेस्टोस्टेरॉन इंजेक्शन के 36275 डिब्बे गलत लेबलिंग के कारण वापस मंगा रही है। इसका उपयोग शरीर में टेस्टोस्टेरॉन की कमी को दूर करने के लिए किया जाता है। अमेरिका का फूड एंड ड्रग एडिमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इन इंजेक्शन को सन फार्मा ने भारत में बनाया था और न्यूजर्सी के प्रिंसटन की कंपनी सन फार्मस्यूटिकल इंडस्ट्रीज इंक ने इसे अमेरिका में वितरित किया था। यूएसएफडीए ने इसे क्लास-3 रिकॉल बताया है। सेकंडरी पैकेजिंग में गलत लॉट नंबर के कारण कंपनी को इसे वापस लेना पड़ रहा है। कंपनी ने 11 जनवरी से पूरे देश में इस दवा को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू की थी। पुरुषों में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरॉन हार्मोन मांशपेशियों के निर्माण, फैट बर्न और शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत में अहम भूमिका निभाता है। अगर शरीर में इस हार्मोन का स्तर असंतुलित हो रहा है, तो सतर्क होने की जरूरत है। इस हार्मोन की कमी से कॉलेस्ट्रोल बढ़ने, हार्ट अटैक, हड्डियां कमजोर होने, थकान, याददाश्त में कमी, बाल झड़ने, डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन, मोटापा और मसल डिस्ट्रोफी जैसी समस्याएं हो सकती हैं।