
नई दिल्ली ।मोदी सरकार ने उन रिपोर्ट पर चिंता जाहिर कि भारत में ऑटोमोबाइल विनिर्माता जानबूझकर कमतर सुरक्षा मानकों वाले वाहनों को वाहन बेच रहे हैं। मोदी सरकार ने इन्हें तत्काल बंद करने के लिए कहा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव गिरधर अरमने ने कहा कि सिर्फ कुछ विनिर्माताओं ने ही वाहन सुरक्षा रेटिंग प्रणाली को अपनाया है और वे भी केवल अपने महंगे मॉडलों के लिए इनका इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कहा, मैं कुछ समाचारों से बेहद विचलित हूं, कि भारत में ऑटो विनिर्माता जानबूझकर सुरक्षा मानकों को कम रखते हैं। इस चलन को बंद करने की जरूरत है। अरमने ने कहा कि वाहन विनिर्माता सड़क सुरक्षा में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और भारत में उन्हें सबसे अच्छी गुणवत्ता के वाहन की पेशकश में कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी विनिर्माताओं को अपने सभी वाहनों के लिए सुरक्षा रेटिंग देनी जरूरी है, ताकि उपभोक्ताओं को यह पता चल सके कि वे क्या खरीद रहे हैं। वीकल सेफ्टी ग्रुप ग्लोबल एनसीएपी ने अपने टेस्ट में पाया है कि भारत में बिक रहे कुछ मॉडल्स में सुरक्षा मानक निर्यात किए जाने वाले मॉडलों की तुलना में कम है। भारत और अमेरिका का उदाहरण देकर अरमने ने कहा कि 2018 में अमेरिका में 45 लाख दुर्घटनाओं में 36560 लोग मारे गए जबकि भारत में केवल 4.5 लाख सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख लोग मारे गए। अमेरिका में भारत से 10 गुना ज्यादा दुर्घटनाएं हुईं जबकि भारत में कम रफ्तार के बावजूद 5 गुना ज्यादा लोग मारे गए।