
नई दिल्ली । भारतीय कंपनियां इस साल अपने कर्मचारियों के वेतन में करीब 7.7 प्रतिशत की वृद्धि करेंगी। यह ब्रिक्स के सदस्य देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और साउथ अफ्रीका में सबसे अधिक है। एक सर्वे में यह निष्कर्ष निकाला गया है। यह पिछले साल में कर्मचारियों के वेतन में हुई 6.1 प्रतिशत की वृद्धि से अधिक है।
वैश्विक पेशेवर सेवा कंपनी एऑन पीएलसी ने मंगलवार को भारत में वेतनवृद्धि पर अपनी ताजा रिपोर्ट जारी की। सर्वे में शामिल 88 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि उनका 2021 में अपने कर्मचारियों के वेतन में वृद्धि का इरादा है। सन 2020 में ऐसा कहने वाली कंपनियों की संख्या 75 प्रतिशत थी।
सर्वे में 20 उद्योग क्षेत्रों की 1,200 से अधिक कंपनियों की राय को शामिल किया गया। सर्वे के अनुसार वेतनवृद्धि से मजबूत सुधार का संकेत मिलता है। साथ ही इसमें कहा गया है कि वेतन संहिता पासा पलटने वाली साबित होगी। एऑन के भारत में प्रदर्शन एवं पारितोषिक कारोबार के भागीदार एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) नितिन सेठी ने कहा कि नई श्रम संहिता के तहत वेतन की प्रस्तावित परिभाषा के चलते कंपनियों को ग्रैच्यूटी, छु्ट्टी के बदले पैसा और भविष्य निधि के लिए ऊंचा प्रावधान करने की जरूरत होगी। उन्होंने कहा श्रम संहिता के वित्तीय प्रभाव के आकलन के बाद कंपनियां साल की दूसरी छमाही में अपने वेतन बजट की समीक्षा करेंगी।