नई दिल्ली । सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया खरीदने की रेस से एयर इंडिया के कर्मचारियों का कंसोर्शियम बाहर हो गया है। कर्मचारियों के समूह ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जमा किया था लेकिन वह अगले चरण में जाने के लिए जगह नहीं बना सकी है। 8 मार्च को एयर इंडिया एंप्लॉयीज को भेज लेटर में कंपनी के कमर्शियल डायरेक्टर मीनाक्षी मलिक ने कहा कि कंसोर्शियम शॉर्टलिस्ट नहीं हो सकी है। एयर इंडिया में हिस्सेदारी लेने की दौड़ में अब टाटा संस और स्पाइस जेट आमने सामने है।
मलिक एंप्लॉयी कंसोर्शियम को लीड कर रही थी। उन्होंने कहा, पिछली रात को भारत सरकार के ट्रांजैक्शन एडवाइजर अर्नेस्ट एंड यंग एलएलपी ने एक ईमेल के जरिए बताया कि हम डिसइनवेस्टमेंट एक्वाजिशन प्रोसेस में अगले चरण में नहीं जा सकी हैं। मलिक ने कहा है, बहुत दुख के साथ मुझे यह बताना पड़ रहा है कि हम एयर इंडिया की बीडिंग प्रोसेस से बाहर हो चुके हैं। मैं बस इतना कह सकती हूं कि पिछले कुछ महीनों के दौरान हम सबने जो कोशिशें की थी वह सराहनीय है।"
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एयर इंडिया खरीदने की रेस में बची सिर्फ टाटा संस और स्पाइस जेट