
नई दिल्ली । अगर आप ऑनलाइन फ्यूल का बिजनेस करते हैं तो आप साल भर के अंदर करोड़ों की कमाई कर सकते हैं। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि., पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को. जैसी तेल कंपनियां इसमें आपकी मदद करेंगी। जरूरत पड़ने पर आप सरकार की मदद भी ले सकते हैं। डोर टू डोर डिलिवरी के पेपफ्यूल डॉट कॉम ने इंडियन ऑयल के साथ करार किया है। नोएडा के तीन युवक टिकेन्द्र, प्रतीक और संदीप ने मिलकर इसकी शुरुआत की है। इस ऐप के जरिए ग्राहक ऑनलाइन या मैसेज के जरिए पेट्रोल-डीजल ऑर्डर कर सकते हैं। कारोबार शुरू के कुछ सालों बाद ही इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ के आसपास पहुंच चुका है। इस स्टार्टअप के फाउंडर टिकेन्द्र ने इस पर काफी रिसर्च की। उन्होंने घर-घर जाकर लोगों से बात की और ऑनलाइन फीडबैक भी लिया। फीडबैक में 50 फीसदी लोगों ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के लिए ऑनलाइन ऐप होना चाहिए। टिकेन्द्र ने अपने साथियों की मदद से फ्यूल की ऑनलाइऩ डिलिवरी शुरू की। पहले भारत में पेट्रोल की डिलिवरी की अनुमति नहीं थी। इस वजह से उन्होंने सिर्फ डीजल की डिलिवरी शुरू की। हालांकि, बाद में सरकार ने पेट्रोल की डिलिवरी की भी अनुमति दे दी है। टिकेन्द्र के साथी संदीप बताते हैं कि उन्होंने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि., पेट्रोलियम प्रोसेस इंजीनियरिंग सर्विस को. जैसी तेल कंपनियों को अपना सुझाव भेजा। इसके साथ ही उन्होंने स्टार्टअप का आइडिया पीएमओ को भेजा। कुछ दिनों बाद ही उन्हें पीएमओ से जवाब आ गया। इंडियन ऑयल ने भी उन्हें डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट सौंपने को कहा। उन्होंने डिटेल में प्रोजेक्ट रिपोर्ट भेजी और उन्हें अनुमति मिल गई। इसके बाद उन्होंने अपना काम शुरू किया और कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस कारोबार शुरू के कुछ सालों बाद ही इनकी कंपनी का सालाना टर्नओवर 100 करोड़ के आसपास पहुंच चुका है।